
भारत के छात्रों के लिए ऑस्ट्रेलिया शिक्षा के क्षेत्र में एक पसंदीदा गंतव्य बन चुका है। हर साल लाखों भारतीय छात्र यहां उच्च शिक्षा लेने के लिए आते हैं। लेकिन एडमिशन पाना तो सिर्फ पहला कदम है; असली चुनौती ऑस्ट्रेलिया का स्टूडेंट वीजा प्राप्त करना होती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, वीजा आवेदन में किसी भी जरूरी दस्तावेज की कमी पूरे आवेदन को अस्वीकार करवा सकती है। इसलिए तैयारी समय रहते करना बेहद जरूरी है।
स्टूडेंट वीजा के लिए जरूरी दस्तावेज:
- कंफर्मेशन ऑफ एनरॉलमेंट (CoE) – यह यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किया जाता है और दर्शाता है कि आपको एडमिशन मिल चुका है।
- वैलिड पासपोर्ट – कम से कम छह महीने के लिए वैध होना चाहिए।
- अकादमिक ट्रांसक्रिप्ट – स्कूल और कॉलेज के प्रमाण पत्र।
- पुलिस क्लियरेंस सर्टिफिकेट और पासपोर्ट साइज फोटो।
- अंग्रेज़ी भाषा परीक्षा स्कोर – IELTS, TOEFL iBT या PTE अकादमिक में योग्य अंक दिखाना अनिवार्य।
- हेल्थ डॉक्यूमेंट्स – मान्यता प्राप्त डॉक्टर से हेल्थ चेकअप और ‘ओवरसीज स्टूडेंट हेल्थ कवर’ (OSHC)।
पढ़ाई का खर्च और वित्तीय सबूत:
स्टूडेंट वीजा आवेदन में यह साबित करना भी जरूरी है कि छात्र के पास पढ़ाई, रहने और यात्रा का खर्च उठाने के लिए पर्याप्त धन है। वर्तमान में वीजा के लिए न्यूनतम 29,710 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 17.90 लाख रुपये) की बचत दिखानी होती है। इसे बैंक स्टेटमेंट या एजुकेशन लोन के दस्तावेज़ों से प्रमाणित किया जा सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सही डॉक्यूमेंट्स और वित्तीय प्रमाण समय पर जमा कर दिए जाएं, तो स्टूडेंट वीजा हासिल करना अपेक्षाकृत आसान हो जाता है।
ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई का सपना साकार करने के लिए तैयारी समय रहते शुरू करें, ताकि आपके सपनों का देश आपका स्वागत कर सके।