Saturday, December 20

नितिन नबीन को पीएम मोदी का पहला बड़ा टास्क, ‘वीबी जी राम जी’ बिल पर तय होगी कार्यकारी अध्यक्ष की अग्निपरीक्षा

नई दिल्ली/पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से स्वदेश लौटते ही भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन की सक्रिय भूमिका सामने आ गई है। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद नितिन नबीन को पार्टी नेतृत्व की ओर से पहला और अहम राजनीतिक दायित्व सौंपा गया है। यह दायित्व ‘वीबी जी राम जी’ (विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन ग्रामीण) बिल से जुड़ा है, जिस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी राजनीतिक जंग छिड़ी हुई है।

This slideshow requires JavaScript.

प्रधानमंत्री मोदी और नितिन नबीन के बीच यह मुलाकात कुछ मिनटों तक चली, जिसमें संगठन और समसामयिक राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई। इसके साथ ही पीएम मोदी ने नितिन नबीन को स्पष्ट संकेत दिया कि पार्टी के नए कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में उनकी पहली बड़ी परीक्षा इसी बिल को लेकर होगी।

विपक्ष के नैरेटिव की काट तैयार करने की जिम्मेदारी

बीजेपी सूत्रों के अनुसार, शीर्ष नेतृत्व ने नितिन नबीन को निर्देश दिया है कि वे ‘वीबी जी राम जी’ बिल को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा बनाए जा रहे नकारात्मक नैरेटिव का प्रभावी जवाब तैयार करें। पार्टी का मानना है कि यह बिल ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आजीविका के नए अवसर प्रदान करेगा, लेकिन विपक्ष इसे लेकर सरकार पर हमलावर है।

कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नबीन के लिए यह पहला बड़ा राजनीतिक इम्तिहान माना जा रहा है। पार्टी के अंदर इसे उनकी नेतृत्व क्षमता और रणनीतिक कौशल की कसौटी के रूप में देखा जा रहा है।

देशव्यापी अभियान की तैयारी

सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी इस बिल के समर्थन में जल्द ही देशव्यापी जनजागरण अभियान शुरू करने जा रही है। प्रदेश की राजधानियों से लेकर गांव-गांव तक जनसभाएं, प्रेस कॉन्फ्रेंस और संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से आम जनता को बिल के प्रावधानों और इसके संभावित लाभों की जानकारी दी जाएगी।

विपक्ष ने खोला मोर्चा

दूसरी ओर, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल इस बिल के खिलाफ लामबंद हो गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि बिल वापस नहीं लिया गया, तो जनता सड़कों पर उतरकर विरोध करेगी। उन्होंने इसकी तुलना तीन कृषि कानूनों से करते हुए सरकार पर दबाव बढ़ाने के संकेत दिए हैं।

इसी क्रम में कांग्रेस ने 27 दिसंबर को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की अहम बैठक बुलाई है, जिसमें देशव्यापी आंदोलन और विरोध प्रदर्शनों की रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा।

पीएम से भेंट के बाद नितिन नबीन का बयान

प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद नितिन नबीन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने लिखा कि राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष का दायित्व संभालने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट कर उन्हें मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री को बिहार की सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक स्वरूप सिक्की कला से निर्मित पेंटिंग और भागलपुरी सिल्क पर मधुबनी कला से सुसज्जित शाल भेंट की।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन उनके लिए प्रेरणास्रोत है और पार्टी संगठन को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगा।

Leave a Reply