Saturday, November 8

बैंक में ₹50 लाख होना कुछ नहीं, असली दौलत है मानसिक शांति: CA नितिन कौशिक ने बताया असली ‘Wealth’ का राज

नई दिल्ली: आजकल लोग सोशल मीडिया पर अपनी दौलत का दिखावा करते हैं और इसे ही असली अमीरी मानते हैं। लेकिन चार्टर्ड अकाउंटेंट नितिन कौशिक का मानना है कि असली दौलत सिर्फ पैसों में नहीं, बल्कि मन की शांति और समझदारी में है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स में बताया कि ₹50 लाख बैंक में होने से अगर चैन की नींद नहीं आती, तो वह पैसा असली अमीरी नहीं है।

🏦 असली अमीरी का मतलब

नितिन कौशिक के अनुसार, असली दौलत वह है जो आपको सुकून और मानसिक आजादी देती है। उनके लिए ‘Financial freedom = Mental freedom’। यानी पैसे की आजादी ही दिमाग की आजादी है।

💡 आर्थिक रूप से समझदार लोगों की 5 आदतें

  1. अपनी वित्तीय जीत का दिखावा नहीं करते
    कौशिक कहते हैं, “असली निवेशक कंपाउंडिंग को बोलने देते हैं, कैप्शन को नहीं।” यानी सफलता खुद बोलती है, दिखावे की जरूरत नहीं।
  2. अपने वित्तीय मानकों को सही ठहराते नहीं हैं
    उन्हें किसी को यह बताने की जरूरत नहीं कि आप पैसों के मामले में क्यों अनुशासित हैं।
  3. लक्जरी चीजों का दिखावा नहीं करते
    असली दौलत ध्यान नहीं, सुकून खरीदती है।
  4. बाजार के शोर को नजरअंदाज करते हैं
    कौशिक सलाह देते हैं कि “ड्रामा से दूरी बनाए रखने से आपका ध्यान और पोर्टफोलियो रिटर्न दोनों सुरक्षित रहते हैं।”
  5. कभी भी दूसरों से मान्यता नहीं मांगते
    आपकी मौजूदगी, निरंतरता और धैर्य किसी भी बैलेंस शीट से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

🔑 कौशिक का संदेश

“दौलत शोर नहीं मचाती – वह शांत होती है। जो इसे समझते हैं, उन्हें कभी साबित करने की जरूरत नहीं पड़ती।”

उनकी बातें हमें याद दिलाती हैं कि असली अमीरी जमा करने या दिखाने में नहीं, बल्कि अच्छी आदतों और स्पष्ट सोच से मानसिक शांति और स्थिर जीवन बनाने में है।

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