
द्वेषपूर्ण कार्रवाई पर जताई नाराजगी, मौके पर पहुंचकर मकान की सील हटवाई
इंदौर, 10 अप्रैल (एसडी न्यूज एजेंसी)।
नगर निगम की कार्रवाई से परेशान गणेशगंज निवासी रविशंकर मिश्रा को बड़ी राहत मिली, जब महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने व्यक्तिगत हस्तक्षेप कर उनके सील किए गए मकान को खुलवाया। बुधवार सुबह दिल्ली से लौटते ही महापौर एयरपोर्ट से सीधे मिश्रा जी के घर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
“यह अमानवीय कार्रवाई है” – महापौर भार्गव
मौके पर पहुंचे महापौर ने नगर निगम अधिकारियों को फटकार लगाते हुए स्पष्ट कहा कि –
“बिना उचित सुनवाई के किसी भी नागरिक का घर सील करना अमानवीय और अनुचित है। यह जनहित के खिलाफ है।”
महापौर ने निर्देश देकर मकान की सील खुलवाई और बंद की गई बोरिंग को पुनः चालू कराया। उन्होंने स्पष्ट किया कि –
“इंदौर की सफलता का आधार जनता का विश्वास है। यदि कोई अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर द्वेषपूर्ण कार्रवाई करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।”
मिश्रा परिवार को मिली राहत
रविशंकर मिश्रा ने महापौर के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा –
“महापौर जी की संवेदनशीलता और तत्परता ने हमें राहत दी है। वे सचमुच जनता की भावनाओं को समझते हैं और हर परिस्थिति में साथ खड़े रहते हैं।”
क्या था पूरा मामला?
चार दिन पूर्व नगर निगम द्वारा रविशंकर मिश्रा के मकान, दुकान और बोरिंग को सील कर दिया गया था। बताया गया कि मिश्रा जी ने निगम में कुर्की की एक कार्रवाई करवाई थी, जिसके बाद निगम ने बदले की भावना से यह कार्रवाई की।
इसकी जानकारी मिलते ही महापौर दिल्ली से लौटने के तुरंत बाद पीड़ित परिवार के बीच पहुंचे और भरोसा दिलाया कि –
“जिस अधिकारी ने बदले की भावना से यह कदम उठाया है, उसके विरुद्ध उचित जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
जनप्रतिनिधि की भूमिका में मिसाल बने महापौर
यह घटनाक्रम एक बार फिर साबित करता है कि महापौर पुष्यमित्र भार्गव जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देते हैं और ज़मीनी स्तर पर जनता के साथ खड़े रहने वाले जनप्रतिनिधि हैं।
– अंतिम युद्ध / अनिल लालावत
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