
छिंदवाड़ा: पांडुपिपरिया स्थित एक सरकारी माध्यमिक स्कूल में शुक्रवार को अचानक छात्राओं का हंगामा देखने को मिला। कक्षा 7वीं और 8वीं की छात्राओं ने स्कूल के प्राचार्य कोमल प्रसाद कोरी पर अभद्र व्यवहार और शौचालय जाते समय तांकझांक करने जैसे गंभीर आरोप लगाए। इसके अलावा मिड-डे मील बनाने आने वाली महिलाओं ने भी प्राचार्य पर अश्लील टिप्पणियों का आरोप लगाया।
🔹 शिकायत के बाद हुई कार्रवाई
- छात्राओं की शिकायत के बाद स्कूल में तनावपूर्ण माहौल बन गया।
- जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 2 के सदस्य नवीन मरकाम और गोंगपा पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
- बीईओ तामिया, बीके सानेर ने घटनास्थल पर छात्राओं, स्टाफ और शिकायतकर्ताओं से बयान लिए।
- प्राथमिक जांच में आरोपों को गंभीर मानते हुए प्राचार्य को तत्काल प्रभाव से स्कूल से हटाकर बीईओ कार्यालय तामिया में अटैच कर दिया गया।
- विभागीय जांच अब भी जारी है।
🔹 मामले का खुलासा
- जुलाई से स्कूल में पदस्थ छिंदवाड़ा निवासी दीपमाला बरड़े ने प्राचार्य पर लगातार प्रताड़ना का आरोप लगाया था।
- उनकी शिकायत के बाद अन्य छात्राएं भी सामने आईं और अपनी बात खुलकर रखी।
🔹 बीईओ का बयान
बीके सानेर ने कहा कि छात्राओं और शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए गए हैं। प्रारंभिक जांच में आरोप गंभीर पाए जाने के कारण प्राचार्य को तुरंत स्कूल से हटाया गया।
🔹 प्राचार्य का पक्ष
- प्राचार्य कोमल प्रसाद ने आरोपों को निराधार और साजिश करार दिया।
- उन्होंने कहा कि स्कूल के अन्य शिक्षक और छात्र-छात्राएं उनके काम से संतुष्ट हैं।
- शिकायत करने वाली कर्मचारी की बीमारी के चलते नियमित न आने की वजह से उनके खिलाफ भ्रम फैलाया गया।