
पटना/दरभंगा। बिहार भारतीय जनता पार्टी को आज नया नेतृत्व मिलने जा रहा है। पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी गुरुवार को राजधानी पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करेंगे। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल उन्हें संगठन की कमान सौंपेंगे। यह कार्यक्रम दोपहर करीब 12:30 बजे आयोजित होगा।
पदभार ग्रहण समारोह में भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता, विधायक और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। खबर लिखे जाने तक संजय सरावगी दरभंगा से पटना के लिए रवाना हो चुके थे।
पदभार से पहले पूजा-अर्चना
प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभालने से पहले बुधवार को संजय सरावगी ने दरभंगा के बड़ा बाजार स्थित प्रसिद्ध बाबा हजारीनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने बिहार की सुख-शांति, समृद्धि और संगठन की उन्नति की कामना की। सरावगी ने कहा कि वे ईश्वर से जनसेवा के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ने की शक्ति और विवेक की प्रार्थना करते हैं।
बिहार भाजपा को मिला नया पूर्णकालिक अध्यक्ष
भाजपा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए बताया कि 18 दिसंबर को प्रदेश कार्यालय में नवनियुक्त अध्यक्ष संजय सरावगी के दायित्व ग्रहण समारोह का भव्य आयोजन किया गया है। इसकी तैयारियों का जायजा स्वयं बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने लिया।
संगठनात्मक बदलावों के दौर में अहम जिम्मेदारी
गौरतलब है कि 15 दिसंबर को भाजपा ने संजय सरावगी को बिहार प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था। वे दरभंगा सदर से छह बार के विधायक हैं और वैश्य समुदाय के एक प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। पार्टी ने यह जिम्मेदारी ऐसे समय सौंपी है, जब बिहार भाजपा बड़े संगठनात्मक बदलावों के दौर से गुजर रही है।
इससे पहले 14 दिसंबर को भाजपा ने बांकीपुर विधायक और राज्य सरकार में मंत्री नितिन नबीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष बनाया था। संजय सरावगी की नियुक्ति को भी उसी रणनीतिक बदलाव की कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।
सियासी संकेत
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, संजय सरावगी के नेतृत्व में बिहार भाजपा आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए संगठन को और मजबूत करने, जातीय-सामाजिक संतुलन साधने और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने पर फोकस कर सकती है।
आज का यह कार्यक्रम न सिर्फ एक औपचारिक ‘हैंडओवर’ होगा, बल्कि बिहार भाजपा की राजनीति में नए नेतृत्व और नई दिशा की शुरुआत के रूप में भी देखा जा रहा है।