
नई दिल्ली: नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस सांसद सोनिया और राहुल गांधी को दिल्ली की अदालत से राहत मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “इस फैसले के बाद मोदी और शाह को इस्तीफा देना चाहिए। यह उनके चेहरे पर तमाचा है। उन्हें इस्तीफा देकर यह दिखाना चाहिए कि वे लोगों को इस तरह परेशान नहीं करेंगे।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस संसद और सड़क दोनों जगहों पर सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी और उन्हें सबक सिखाएगी।
कांग्रेस नेताओं केसी वेणुगोपाल, अभिषेक मनु सिंघवी, जयराम रमेश और पवन खेड़ा ने भी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस मोदी सरकार की ‘बदले की राजनीति’ को उजागर करेगी और देश भर में एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ता अपनी ताकत दिखाएंगे। सिंघवी ने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस राजनीतिक बदले और परेशान करने की कहानी है।
सोनिया और राहुल को क्यों मिली राहत
मंगलवार को स्पेशल जज विशाल गोगने ने अपने फैसले में कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की चार्जशीट पर संज्ञान लेना कानून के हिसाब से गलत है। अदालत ने कहा कि यह जांच निजी शिकायत (सुब्रमण्यम स्वामी) पर आधारित थी, न कि किसी एफआईआर पर, जो किसी अपराध से जुड़ी हो।
कांग्रेस का कहना है कि पार्टी के नेताओं पर लगाए गए आरोप और समन केवल राजनीतिक बदले की राजनीति का हिस्सा थे। इस फैसले के बाद पार्टी ने मोदी और शाह के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और पूरे देश में इसका विरोध करने का ऐलान किया है।