
कोटा: राजस्थान के कोटा शहर में शुक्रवार को मां-बेटी की दर्दनाक हत्या ने पूरे इलाके को सकते में डाल दिया। यह घटना आरकेपुरम थाना क्षेत्र के रोजड़ी गांव में हुई, जहां नर्सिंग कर्मी की पत्नी ज्योति वैष्णव और उनकी 8 साल की बेटी पलक घर में मृत पाई गईं। मृतक मां के हाथ पर आटा लगा था और तवे पर रोटी पड़ी थी, जबकि बेटी स्कूल यूनिफॉर्म में बरामदे में बेसुध पड़ी मिली।
🔍 मौके पर स्थिति और प्रारंभिक जांच
ज्योति वैष्णव के पति भगवान वैष्णव, जो निजी अस्पताल में नौकरी करते हैं, शाम को ड्यूटी से लौटे तो उन्हें घर में सबकुछ अस्त-व्यस्त और दोनों की लाशें मिलीं। दोनों के गले और शरीर पर चोटों के स्पष्ट निशान थे। पुलिस का अनुमान है कि वारदात शुक्रवार दोपहर 12 से 3 बजे के बीच हुई होगी।
कोटा सिटी एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि घर में जेवरात और मोबाइल फोन गायब थे। डेढ़ साल का बेटा कान्हा झूले में अकेला पड़ा था, जिसे पड़ोसियों ने संभाला। इलाके के लोग घटना से सकते में हैं, क्योंकि यह भीड़भाड़ वाला रोड है और किसी को भी वारदात की भनक नहीं लगी।
📞 पति ने दो बार किया फोन, जवाब नहीं मिला
भगवान वैष्णव ने पुलिस को बताया कि उन्होंने शुक्रवार शाम 4 बजे पत्नी को फोन किया, लेकिन उसका स्विच ऑफ मिला। दो घंटे बाद फिर कॉल की, तब भी फोन बंद था। रात 8 बजे ड्यूटी से लौटकर वह घर पहुंचे और बाहर से बाइक का हॉर्न बजाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब घर में पहुंचे, तो देखा कि रसोई में पत्नी और बरामदे में बेटी मृत पड़ी थीं।
⚠️ पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने मौके पर डॉग स्क्वाड और एफएसएल टीम तैनात कर जांच शुरू कर दी है। घटना को हत्या का मामला बताया गया है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हत्या किसने और क्यों की।
😢 वारदात से शहर में मातम
इस दर्दनाक घटना ने पूरे कोटा शहर को झकझोर कर रख दिया। स्थानीय लोगों ने देर रात तक घटना पर चर्चा की और यह सवाल उठाया कि कैसे भीड़-भाड़ वाले इलाके में इतनी बेरहमी से हत्या हो सकती है।
निष्कर्ष:
कोटा की इस रहस्यमयी मां-बेटी की हत्या ने शहर को दहला दिया है। पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है और जल्द ही सच्चाई सामने लाने का प्रयास कर रही है।