Saturday, December 13

IPS, IAS और IFS में क्या अंतर है? जानें सैलरी, रुतबा और जिम्मेदारियां

नई दिल्ली: यूपीएससी (Union Public Service Commission) की परीक्षा क्रैक करने वाले लाखों युवा IPS, IAS और IFS में से किसी एक सेवा में शामिल होना चाहते हैं। ये तीनों ही टॉप इंडियन सिविल सर्विसेज हैं, लेकिन इनकी जिम्मेदारियां, काम और करियर पथ अलग-अलग हैं। आइए समझते हैं विस्तार से।

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1. IPS – इंडियन पुलिस सर्विस
IPS ऑफिसर कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं। ये क्राइम की रोकथाम, जांच और पब्लिक सेफ्टी को संभालते हैं। IPS ऑफिसर मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के तहत काम करते हैं और नेशनल सिक्योरिटी में अहम भूमिका निभाते हैं।

2. IAS – इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस
IAS ऑफिसर देश की टॉप एडमिनिस्ट्रेटिव सिविल सर्विस में आते हैं। ये सरकारी पॉलिसी बनाते, प्रोग्राम लागू करते और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन को मैनेज करते हैं। IAS ऑफिसर राज्य और केंद्र सरकार दोनों में काम करते हैं और गवर्नेंस तथा डेवलपमेंट में अहम भूमिका निभाते हैं।

3. IFS – इंडियन फॉरेन सर्विस
IFS ऑफिसर भारत के विदेश संबंध और डिप्लोमेसी संभालते हैं। ये एम्बेसी और इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। IFS ऑफिसर मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स के तहत काम करते हैं और ट्रेड, कल्चरल और पॉलिटिकल रिलेशन मैनेज करते हैं।

मुख्य अंतर:

  • IAS – एडमिनिस्ट्रेशन और पॉलिसी मेकिंग
  • IPS – कानून और व्यवस्था, सिक्योरिटी
  • IFS – विदेश नीति, डिप्लोमेसी और अंतरराष्ट्रीय संबंध

सैलरी और रुतबा:
तीनों पोस्ट की शुरुआती बेसिक सैलरी लगभग INR 56,100 है। हालांकि, पोस्टिंग और अलाउंस के हिसाब से कुल पैकेज अलग हो सकता है। IAS-IPS के रुतबे और शक्तियां अक्सर चर्चा में रहती हैं। IAS और IPS मुख्य रूप से भारत के अंदर काम करते हैं, जबकि IFS ऑफिसर विदेश में भारत का प्रतिनिधित्व करता है।

इन सेवाओं में सरकारी सुविधाएं, प्रतिष्ठा और करियर ग्रोथ भी बेहतरीन होती हैं। UPSC क्रैक कर इन तीनों में से किसी एक में करियर बनाना लाखों युवाओं का सपना होता है।

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