Saturday, December 13

लोकसभा में गरजे राजीव प्रताप रूडी: ‘मैं ऐसा व्यक्ति हूं महोदय, जैसा इस पार्लियामेंट में नहीं होगा’ — लालू-राबड़ी परिवार पर तीखा तंज

नई दिल्ली/छपरा।
लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सांसद और छपरा से सांसद राजीव प्रताप रूडी का एक बयान सियासी हलकों में तीखी चर्चा का विषय बन गया है। अपने भाषण के दौरान उन्होंने बिना नाम लिए लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के परिवार पर ऐसा तंज कसा, जिसने सदन से लेकर सोशल मीडिया तक राजनीतिक बहस को गर्म कर दिया।

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लोकसभा अध्यक्ष को संबोधित करते हुए राजीव प्रताप रूडी ने कहा,
“मैं उसी राज्य से आता हूं, जहां एक मुख्यमंत्री जेल चला जाता है और अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा देता है। यही लोकतंत्र की परिभाषा है। मैं ऐसा व्यक्ति हूं अध्यक्ष महोदय, जैसा इस पार्लियामेंट में तो क्या, शायद दुनिया में कहीं नहीं होगा। एक ही खानदान के सभी लोगों से मैंने चुनाव लड़ा है, जिनमें दो-दो राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं।”

रूडी ने आगे कहा कि एक ही परिवार के लगभग सभी सदस्यों से उनका चुनावी मुकाबला हो चुका है और “यह तो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने लायक है।” उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में यह भी जोड़ा कि अगर पार्टी ने अनुमति दी, तो अगली बार बचे हुए सदस्यों से भी चुनाव लड़कर जीत दर्ज करेंगे।

एक्स पर पोस्ट, फिर मचा सियासी तूफान
लोकसभा में दिए गए अपने इस बयान का वीडियो और भावार्थ राजीव प्रताप रूडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी साझा किया। उन्होंने लिखा कि लोकतंत्र की यात्रा में सारण (छपरा) ने लंबे संघर्ष देखे हैं और एक ही परिवार के दो मुख्यमंत्रियों व उनके परिजनों से लगातार चुनावी मुकाबला करना अपने आप में एक अनोखा अनुभव है।

लालू परिवार से लंबे सियासी संघर्ष का दावा
गौरतलब है कि अगस्त 2025 में मीडिया से बातचीत में रूडी पहले ही दावा कर चुके हैं कि उन्होंने 1990 से लालू परिवार के खिलाफ सियासी जंग छेड़ रखी है। उनके अनुसार, वे लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, समधी चंद्रिका राय और बेटी रोहिणी आचार्य को चुनाव में पराजित कर चुके हैं। रूडी ने तब यह भी कहा था कि अब उन्हें नहीं पता कि लालू परिवार में कौन बचा है, जिससे चुनाव लड़ना शेष है।

सोशल मीडिया पर मिली मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
रूडी के बयान के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कुछ यूजर्स ने उनके बयान का समर्थन करते हुए इसे ‘साफ-सुथरी सियासत’ बताया, वहीं कई लोगों ने स्थानीय मुद्दों—जैसे छपरा-पटना रेल सेवाएं, सिविल एविएशन से जुड़े सवाल और रोजगार—पर ध्यान न देने को लेकर उन पर सवाल खड़े किए।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजीव प्रताप रूडी का यह बयान साफ संकेत देता है कि भाजपा लालू परिवार की ‘परिवारवाद’ वाली राजनीति को एक बार फिर बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है।

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