
मुल्लांपुर: भारतीय क्रिकेट टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में 51 रन से हार का सामना करना पड़ा। पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका ने 213 रन बनाए, जबकि टीम इंडिया केवल 162 रन पर ऑलआउट हो गई। इस हार में सिर्फ गेंदबाज ही नहीं, बल्कि बल्लेबाजी क्रम में टीम मैनेजमेंट का एक अहम फैसला भी जिम्मेदार रहा।
गौतम गंभीर का विवादित फैसला
214 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए शुभमन गिल के जल्दी आउट होने के बाद, टीम ने चौथे नंबर पर अचानक अक्षर पटेल को भेजा। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाजों की स्विंग गेंदबाजी ने पूरी तरह परेशान कर दिया। अक्षर पटेल ने 21 गेंदों में केवल 21 रन बनाए। लग रहा था जैसे टीम को यह समझ ही नहीं आ रहा कि अक्षर को इस स्थिति में कैसे खेलना चाहिए।
बैटिंग ऑर्डर से हुआ बैकफायर
टीम ने इस मैच में बल्लेबाजी ऑर्डर में अन्य बदलाव भी किए। तिलक वर्मा को सही समय पर नहीं उतारा गया, जबकि उन्होंने पहले कई मौकों पर शानदार प्रदर्शन किया था। कप्तान सूर्यकुमार यादव चौथे नंबर पर आए, लेकिन दूसरा विकेट जल्दी गिर गया। वहीं, दुबे को नंबर 8 पर भेजा गया, जहां उन्हें अनुकूल मैचअप का सामना नहीं करना पड़ा। इन बदलावों ने टीम इंडिया की पारी को प्रभावित किया और रन बनाने का दबाव बढ़ा दिया।
दक्षिण अफ्रीका ने किया कब्जा
इस हार के साथ पांच मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई। मुल्लांपुर में खेले गए इस मैच में भारतीय टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। क्विंटन डी कॉक ने 90 रनों की शानदार पारी खेली और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की सामूहिक रणनीति ने भारतीय बल्लेबाजों को लगातार दबाव में रखा।
इस मुकाबले में टीम इंडिया के बल्लेबाजी क्रम में की गई गलतियों और गौतम गंभीर के फैसले ने साफ कर दिया कि सही रणनीति और क्रम के बिना बड़े लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल हो जाता है।