
बागपत: बड़ौत कोतवाली क्षेत्र में बुधवार देर रात एक ऐसी घटना हुई जिसने रेलवे और पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ा दी। कासिमपुर खेड़ी गांव के पास रेलवे ट्रैक पर 10 फीट लंबा लोहे का सबमर्सिबल पाइप रखा पाया गया। यदि मालगाड़ी इससे टकराती, तो बड़ा हादसा होने की संभावना थी।
ड्राइवर ने बचाई जान:
लोको पायलट सुभाष चंद्र ने समय रहते ट्रैक पर संदिग्ध वस्तु देखी और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर दिल्ली से सूरतगढ़ जा रही मालगाड़ी को दुर्घटना से बचा लिया। उनके सतर्क निर्णय ने कई जानमाल की हानि को टाल दिया।
रेलवे और पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
- कासिमपुर खेड़ी स्टेशन मास्टर शशि भूषण और बड़ौत स्टेशन मास्टर विपिन शर्मा तुरंत मौके पर पहुंचे।
- जीआरपी, आरपीएफ और बड़ौत कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने पाइप को कब्जे में लिया और आसपास के क्षेत्र की कॉम्बिंग की।
- अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।
जांच में जुटी टीमें:
रेलवे और पुलिस अधिकारी इसे सुनियोजित साजिश मान रहे हैं। जांच टीमें अब सीसीटीवी फुटेज, ट्रैक किनारे के रास्तों और संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों का रिकॉर्ड खंगाल रही हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है।
रेलवे हादसों पर सतर्कता जरूरी:
इस घटना के ठीक बाद हाथरस में महानंदा एक्सप्रेस के दो पहियों में ब्रेक शू चिपकने से आग लग गई। स्टेशन पर आग बुझाई गई और ट्रेन करीब 25 मिनट रुकने के बाद पुनः प्रयागराज के लिए रवाना हुई।
विशेषज्ञों का कहना है:
रेलवे सुरक्षा अधिकारी मानते हैं कि ट्रैक पर पाइप रखने की घटना मालगाड़ी को निशाना बनाकर बड़ा हादसा करवाने की कोशिश हो सकती है। ऐसे मामलों में यात्रियों और माल की सुरक्षा के लिए सतर्कता जरूरी है।