
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान में किए गए हवाई हमलों की कड़ी आलोचना की है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पर्वतनेनी हरीश ने इस कार्रवाई को अफगान संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों का गंभीर उल्लंघन बताया।
निर्दोष नागरिकों की मौत पर लगाया प्रश्न
हरीश ने सुरक्षा परिषद में बताया कि 17 अक्टूबर 2025 को अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में पाकिस्तान के हवाई हमलों में निर्दोष महिलाएं, बच्चे और तीन युवा क्रिकेटर—कबीर आगा, सिबगतुल्लाह और हारून—की जान चली गई। उन्होंने कहा कि ये हमले कथित आतंकवादियों को निशाना बनाने के नाम पर नागरिकों के जीवन को खतरे में डालने और सीमा पर तनाव बढ़ाने जैसी गंभीर आक्रामकता हैं।
भारत की प्रतिबद्धता और सहायता
भारतीय दूत ने यह भी रेखांकित किया कि भारत अफगानिस्तान में शांति, स्थिरता और विकास के लिए गहराई से प्रतिबद्ध है। भारत ने अफगान लोगों को अब तक लाखों डॉलर की मानवीय सहायता प्रदान की है और क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार जारी है। इसके तहत काबुल के बगरामी जिले में 30-बेड का अस्पताल, एक ऑन्कोलॉजी सेंटर, एक ट्रॉमा सेंटर और पांच मातृत्व हेल्थ क्लीनिक बनाए जा रहे हैं।
पाकिस्तान पर ‘ट्रेड आतंकवाद’ का आरोप
हरीश ने पाकिस्तान की अफगानिस्तान के साथ व्यापार और पारगमन पर रोक को ‘ट्रेड आतंकवाद’ करार दिया। उन्होंने कहा कि लैंडलॉक देश के लिए यह कदम अफगान नागरिकों को आर्थिक और जीवनोपयोगी संकट में डालता है।
अंतरराष्ट्रीय संदेश
हरीश ने कहा कि इस तरह की आक्रामक गतिविधियां न केवल संघर्ष विराम प्रयासों को कमजोर करती हैं, बल्कि देशों को क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने और नागरिक सुरक्षा को प्राथमिकता देने का सख्त संदेश देती हैं। भारत ने स्पष्ट किया कि वह अफगानistan में स्थायी विकास और मानवीय सहायता के लिए हरसंभव प्रयास करता रहेगा।