
छत्तीसगढ़ की चर्चित अधिकारी डीएसपी कल्पना वर्मा और व्यापारी दीपक टंडन के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। व्यापारी ने डीएसपी पर दो करोड़ रुपये की ठगी, कीमती गहने, कार और होटल अपने नाम कराने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं, डीएसपी ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें फेक और मानहानिकारक बताया है।
सीसीटीवी फुटेज से बढ़ा विवाद, NBT पुष्टि नहीं करता
व्यापारी दीपक टंडन ने पहले व्हाट्सऐप चैट पेश किए थे और अब दावा किया है कि उनके पास सीसीटीवी फुटेज भी है, जिसमें डीएसपी कल्पना वर्मा के साथ उनकी मौजूदगी दिख रही है।
नवभारतटाइम्स.कॉम इन वायरल चैट या फुटेज की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता।
डीएसपी का पलटवार—‘यह पिता और व्यापारी के बीच का लेन-देन विवाद’
डीएसपी कल्पना वर्मा ने आरोपों को खारिज करते हुए स्पष्ट कहा कि पूरा मामला उनके पिता और व्यापारी दीपक टंडन के बीच चल रहे पुराने व्यावसायिक लेन-देन से जुड़ा है।
उनका आरोप है कि व्यापारी की पत्नी का चेक बाउंस हुआ था और उसी विवाद को निजी हमले का रूप देकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।
अधिकारी अब मानहानि का मुकदमा दायर करने की तैयारी में हैं।
सोशल मीडिया पर ‘प्यार, धोखा और ब्लैकमेल’ का संग्राम
सोशल मीडिया पर यह प्रकरण लगातार उछाला जा रहा है और डीएसपी वर्मा की निजी जिंदगी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
यह विवाद अब पुलिस विभाग से आगे बढ़कर जनचर्चा का मुद्दा बन गया है।
2021 में हुई मुलाकात, बढ़ते रिश्तों पर व्यापारी के आरोप
व्यापारी दीपक टंडन का दावा है कि उनकी मुलाकात 2021 में डीएसपी कल्पना वर्मा से हुई थी और समय के साथ रिश्ता गहराता गया।
टंडन का आरोप है कि इस दौरान डीएसपी ने उनसे लगातार पैसों की मांग की और:
- ₹2 करोड़ से अधिक नगद/ट्रांजैक्शन
- ₹12 लाख की डायमंड रिंग
- ₹5 लाख की सोने की चेन व टॉप्स
- ₹1 लाख का ब्रेसलेट
- एक इनोवा क्रिस्टा कार
जैसी वस्तुएं लीं।
होटल पर भी दावा—डीएसपी के भाई के नाम कराया गया
व्यापारी ने आरोप लगाया है कि डीएसपी ने उन्हें रायपुर के VIP रोड स्थित उनके होटल को अपने भाई के नाम करने के लिए मजबूर किया और बाद में 30 लाख रुपये खर्च कर उसे अपने नाम करा लिया।
इन आरोपों के समर्थन में उन्होंने खम्हारडीह थाने में कई दस्तावेज और वीडियो फुटेज जमा कराए हैं।
कौन हैं डीएसपी कल्पना वर्मा?
कल्पना वर्मा 2017 बैच की डीएसपी हैं।
मूल रूप से रायपुर की निवासी, वर्तमान में दंतेवाड़ा में पदस्थ हैं।
दावा है कि 2021 में महासमुंद में पोस्टिंग के दौरान उनकी दीपक टंडन से मुलाकात एक बैचमेट के जरिए हुई थी।
डीएसपी का कहना है कि व्यापारी के सभी आरोप झूठे हैं, और यदि पत्नी को कोई शिकायत थी तो वर्षों तक मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया। उनका कहना है कि अब जब व्यापारी पर अदालत में भुगतान का दबाव बढ़ा है, तभी यह विवाद खड़ा किया जा रहा है।