
बिहार में साइबर जालसाज़ अब राजनीतिक संगठनों को भी ठगी का माध्यम बनाने लगे हैं। ताज़ा मामला प्रशांत किशोर की पहल जन सुराज पार्टी से जुड़ा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के नाम और तस्वीरों का दुरुपयोग करते हुए ठगों द्वारा सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाए जा रहे हैं और लोगों से पैसों की मांग की जा रही है। मामला सामने आने के बाद जन सुराज पार्टी ने तत्काल जनता को सचेत करते हुए आधिकारिक अलर्ट जारी किया है।
फर्जी अकाउंट बनाकर मांग रहे पैसे
पार्टी के अनुसार व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म पर ठगों ने जन सुराज के वरिष्ठ नेताओं के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से संगठन के नाम पर धन की मांग शुरू कर दी है। कई जगहों से शिकायत मिली कि धोखेबाज़ कभी चंदा देने का आग्रह करते हैं, तो कभी पार्टी में पद या अवसर देने का लालच देकर लोगों को जाल में फँसाने की कोशिश करते हैं।
“जन सुराज कभी पैसे नहीं मांगता” — प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती
बिहार प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस ठगी की पुष्टि करते हुए जनता को आगाह किया। उन्होंने कहा—
“सबसे पहले मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि जन सुराज पार्टी किसी से फोन या मैसेज कर पैसे नहीं मांगती। यह सिर्फ साइबर फ्रॉड नहीं, बल्कि जानबूझकर हमारी छवि खराब करने की कोशिश भी है।”
भारती ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से यह ठगी तेजी से बढ़ी है। नेताओं और कार्यकर्ताओं की फोटो का उपयोग कर फर्जी अकाउंट बनाए जा रहे हैं और लोगों को आर्थिक रूप से ठगने की कोशिश की जा रही है।
पार्टी ने नागरिकों से की अपील
जन सुराज पार्टी ने आम नागरिकों से अपील की है कि—
- अगर किसी भी माध्यम से पैसे की मांग,
- चंदा देने का आग्रह,
- या पार्टी के नाम पर कोई लाभ का वादा
किया जाता है, तो लोग तुरंत सतर्क हो जाएँ और इसकी सूचना निकटतम साइबर सेल या थाने में दें।
पार्टी ने कहा कि वास्तविक जानकारी और संवाद के लिए केवल अधिकृत सोशल मीडिया हैंडल और आधिकारिक वेबसाइट पर ही भरोसा करें।
ठगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
पार्टी ने प्रशासन और साइबर पुलिस से भी अनुरोध किया है कि इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि किसी भी नागरिक को आर्थिक नुकसान या मानसिक तनाव का सामना न करना पड़े।