
नई दिल्ली: अब तक आपने कई रोबोट्स देखे होंगे, जो इंसानों की मदद कर सकते हैं, लेकिन अब जापान ने एक ऐसी तकनीकी क्रांति की शुरुआत की है जो भविष्य में मोटरसाइकिलों को पीछे छोड़ सकती है। कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज ने एक ऐसे रोबोट को बनाने का ऐलान किया है, जो दिखने में शेर जैसा होगा, लेकिन उसकी कार्यप्रणाली मोटरसाइकिल और घोड़े की तरह होगी। इस रोबोट का नाम ‘कोरलियो’ (Corleo) रखा गया है और इसकी बिक्री 2035 में शुरू होगी।
कोरलियो – पहाड़ों, जंगलों और नदियों में चलेगा जैसे बाइक
कोरलियो का मुख्य उद्देश्य उन कठिन इलाकों तक पहुंचना है जहां पैदल चलना या मोटरसाइकिल ले जाना मुश्किल होता है। यह रोबोट पहाड़ों की चोटी, घने जंगलों, नदियों और बड़ी रुकावटों को पार करने में सक्षम होगा। इसकी डिजाइन और कार्यप्रणाली ऐसी होगी कि यह इंसान की जरूरतों के मुताबिक अनुकूलित हो सके।
रोबोट का डिज़ाइन और विशेषताएँ
कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ताकाहिरो उएनो के मुताबिक, इस रोबोट में इंसान और रोबोट के बीच सामंजस्य स्थापित करने की कोशिश की गई है। इसमें इंसान हैंडल से और पैरों से कंट्रोल करेगा, ठीक उसी तरह जैसे घोड़े की लगाम होती है। यह पूरी तरह से सुरक्षित होगा, और इसका चलाना काफी आसान होगा। कोरलियो की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह बातचीत भी कर सकेगा, यानी सवार से उसकी आवाज सुनकर वह प्रतिक्रिया देगा। इससे सफर के दौरान अकेलापन महसूस नहीं होगा।
कोरलियो की कीमत – लाखों रुपये में मिलेगा, करोड़ों नहीं
अब सवाल उठता है कि क्या इस तकनीकी चमत्कारी रोबोट की कीमत बहुत ज्यादा होगी? इस सवाल का जवाब देते हुए उएनो ने कहा कि इसकी कीमत 1 करोड़ येन (लगभग 5 करोड़ रुपये) नहीं होगी। इसे लाखों रुपये में उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि आम लोग भी इसे खरीदने पर विचार कर सकें।
हाइड्रोजन इंजन से चलेगा यह रोबोट
कोरलियो का वजन लगभग 200 किलो होगा और सवार समेत इसका कुल वजन 300 किलो तक हो सकता है। यह रोबोट हाइड्रोजन इंजन से चलेगा, जिसमें चार हाइड्रोजन टैंक लगाए गए हैं। इन टैंकों के माध्यम से यह एक पूरा दिन चलने के लिए सक्षम होगा, और इसे चार्ज करने या पेट्रोल भरवाने की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि, जंगल में जाने वाले सवारों को एक-दो अतिरिक्त टैंक साथ रखने की सलाह दी जाएगी।
प्रोफेशनल रोबोट इंडस्ट्री का पुनर्निर्माण
जापान की रोबोट इंडस्ट्री हाल के वर्षों में कुछ समस्याओं का सामना कर रही थी, लेकिन अब यह फिर से गति पकड़ रही है। 2025 की तीसरी तिमाही में रोबोट के ऑर्डर में पिछले साल के मुकाबले 26 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इस अवधि में 49,000 रोबोट्स बेचे गए, जिनकी कुल कीमत 221 अरब येन रही। कोरलियो जैसे नए प्रोजेक्ट्स इसी बढ़ती रफ्तार का हिस्सा हैं।
आने वाले एक्सपो में कोरलियो की धूम
कोरलियो के पहले मॉडल को 2025 के ओसाका एक्सपो में प्रदर्शित किया गया था, जहां इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। इसके बाद, कंपनी ने तय किया कि इस रोबोट को जल्द ही बाजार में लाया जाएगा। इसके बाद टोक्यो के iREX 2025 रोबोट शो में भी यह एक प्रमुख आकर्षण बना था।
निष्कर्ष:
जापान का कोरलियो रोबोट एक नई तकनीकी दिशा दिखा रहा है, जो केवल स्मार्ट उपकरणों का हिस्सा नहीं, बल्कि इंसान की यात्रा के तरीके को पूरी तरह से बदलने वाला है। अगर यह प्रोजेक्ट सफल होता है, तो 2035 तक यह न केवल मोटरसाइकिलों को चुनौती दे सकता है, बल्कि दुनिया भर में रोबोटिक्स की तकनीक को भी नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।
