
“इससे शादी कौन करेगा?” — यह वाक्य किसी भी महिला के आत्मसम्मान को तोड़ सकता है। लेकिन संगीता थेवर ने इन तानों को अपनी कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत बनाया। 115 किलो तक पहुंच चुके वजन, लगातार बॉडी शेमिंग और स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद संगीता ने हार नहीं मानी। कड़ी मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास के बल पर उन्होंने 54 किलो वजन घटाया, स्पोर्ट्स मॉडल बनीं, मनपसंद जीवनसाथी से शादी की और आज जुड़वा बच्चों की मां बनकर एक खुशहाल जीवन जी रही हैं।
जंक फूड और बिगड़ी दिनचर्या बनी मोटापे की वजह
संगीता बताती हैं कि बचपन से ही उनका वजन ज्यादा था, लेकिन जंक फूड की आदत और शारीरिक गतिविधियों की कमी ने समस्या को गंभीर बना दिया। कॉलेज के दौरान कई बार जिम जॉइन किया, लेकिन नियमितता नहीं बन पाई। पढ़ाई में अच्छी होने के कारण आत्मविश्वास तो था, पर बढ़ता वजन भविष्य की मुश्किलें खड़ी कर रहा था।
जिम्मेदारियों और नौकरी ने बिगाड़ी सेहत
बीकॉम के दूसरे वर्ष में पिता के निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी संगीता पर आ गई। पढ़ाई के साथ रोटेशनल शिफ्ट वाली नौकरी करनी पड़ी। नींद पूरी न होना और देर रात जंक फूड खाना उनकी दिनचर्या बन गया, जिससे मोटापा और तेजी से बढ़ा।
ट्रेकिंग के दौरान फ्रैक्चर बना टर्निंग पॉइंट
ऑफिस टीम के साथ ट्रेकिंग के दौरान संगीता का पैर फ्रैक्चर हो गया। सर्जरी के बाद लंबे समय तक बिस्तर पर रहना पड़ा और वजन 115 किलो तक पहुंच गया। यही वह पल था, जब उन्होंने खुद से वादा किया—अब बदलाव जरूरी है।
तानों ने तोड़ा नहीं, मजबूत बनाया
मोटापे की वजह से चेहरे पर पिगमेंटेशन बढ़ा और लोगों की बॉडी शेमिंग शुरू हो गई। “इससे शादी कौन करेगा” जैसे तानों ने उन्हें अंदर से आहत किया, लेकिन उन्होंने जवाब शब्दों से नहीं, अपने ट्रांसफॉर्मेशन से देने का फैसला किया।
वॉक से शुरुआत, फिटनेस बनी पहचान
सर्जरी के बाद सीधे जिम जाना संभव नहीं था। संगीता ने वॉक और हेल्दी डाइट से शुरुआत की। समय पर सोना, रोज 3–4 लीटर पानी पीना, फिटनेस क्लब जॉइन करना और कोच की मदद लेना—धीरे-धीरे फिटनेस उनकी लाइफस्टाइल बन गई। सही खानपान और नियमित वर्कआउट से वजन लगातार कम होता गया।
मेहनत का मिला इनाम
कोच वेंकटेश उदय्यार के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग लेने के बाद संगीता की जर्नी ने नई दिशा ली। उन्होंने ‘बेस्ट ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड जीता और खुद पार्ट-टाइम फिटनेस कोच बन गईं। आज वह कई महिलाओं के लिए प्रेरणा हैं।
आज जी रही हैं अपना सपना
54 किलो वजन घटाने के बाद संगीता ने अपने मनपसंद साथी से शादी की। आज वह जुड़वा बच्चों की मां हैं और आत्मविश्वास से भरी जिंदगी जी रही हैं। उनका कहना है—
“अगर आप ठान लें, तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। बदलाव बाहर से नहीं, अंदर से शुरू होता है।”*
संगीता थेवर की कहानी सिर्फ वजन घटाने की नहीं, बल्कि आत्मसम्मान, संघर्ष और जीत की कहानी है—जो बताती है कि हालात चाहे जैसे हों, मजबूत इरादों के आगे कोई भी बाधा टिक नहीं सकती।