
नई दिल्ली, 4 दिसंबर: अमेरिका में काम करने के लिए H-1B वीजा सबसे ज्यादा चर्चा में रहता है, लेकिन इसके लिए हर साल सिर्फ 85 हजार लोगों को मौका मिलता है और इसमें लॉटरी जैसी प्रक्रिया होती है। ऐसे में कई प्रतिभाशाली लोग H-1B वीजा नहीं पा पाते। इन्हीं के लिए अमेरिका ने एक खास वीजा बनाया है – O-1 वीजा, जो केवल असाधारण टैलेंट रखने वालों को दिया जाता है।
O-1 वीजा क्या है?
O-1 वीजा एक नॉन-इमिग्रेंट वीजा है, जो साइंस, बिजनेस, आर्ट, एजुकेशन, एथलेटिक्स या मोशन पिक्चर और टेलीविजन इंडस्ट्री में असाधारण योग्यता वाले लोगों को मिलता है। इसे किसी कोटा या लॉटरी के बिना दिया जाता है और जरूरत पड़ने पर इसे बार-बार रिन्यू कराया जा सकता है।
O-1 वीजा की कैटेगरी:
- O-1A: साइंस, एजुकेशन, बिजनेस और एथलेटिक्स में असाधारण क्षमता वाले लोग।
- O-1B: आर्ट (विजुअल आर्ट, कुलिनरी आर्ट आदि) या मोशन पिक्चर और टीवी इंडस्ट्री में असाधारण क्षमता वाले लोग।
O-1 वीजा पाने की शर्तें:
O-1 वीजा के लिए दो तरह की शर्तें हैं। सबसे आसान तरीका है कि आवेदक को कोई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिला हो, जैसे नोबेल पुरस्कार, पुलित्जर, ऑस्कर या ओलंपिक पदक।
यदि अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार नहीं मिला है, तो भी O-1 वीजा लिया जा सकता है। इसके लिए आवेदक को किसी भी तीन शर्तें पूरी करनी होती हैं, जैसे:
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त संघ या संगठन का सदस्य होना।
- प्रतिष्ठित मैगजीन या प्लेटफॉर्म में कार्य प्रकाशित होना और प्रशंसा मिलना।
- साइंस, बिजनेस या कला से जुड़े महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में योगदान देना।
- किसी प्रसिद्ध कंपनी में उच्च पद और अच्छी सैलरी वाली नौकरी करना।
निष्कर्ष:
O-1 वीजा अमेरिका का सबसे अनूठा अवसर है, जो केवल असाधारण प्रतिभा रखने वालों को मिलता है। अगर आप किसी क्षेत्र में उत्कृष्ट हैं, तो H-1B की लॉटरी का इंतजार करने की जरूरत नहीं – O-1 वीजा आपके लिए खुले दरवाजे साबित हो सकता है।