
डिजिटल इंडिया के तहत नागरिक सेवाओं को और सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। 3 दिसंबर 2025 से डिजिलॉकर में पासपोर्ट सत्यापन रिकॉर्ड (PVR) सुविधा शुरू कर दी गई है। यह सुविधा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), विदेश मंत्रालय (MEA) और राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के सहयोग से शुरू की गई है। अब लोग घर बैठे, कुछ ही क्लिक में अपने पासपोर्ट संबंधी सत्यापन दस्तावेज प्राप्त कर सकेंगे।
क्या है नई PVR सुविधा?
अब नागरिक डिजिलॉकर में—
- पासपोर्ट सत्यापन रिकॉर्ड (PVR) देख सकेंगे
- इसे डाउनलोड कर सकेंगे
- और जरूरत पड़ने पर कहीं भी शेयर कर सकेंगे
डिजिटल इंडिया के आधिकारिक X हैंडल ने इसकी घोषणा करते हुए बताया कि यह सुविधा ई-गवर्नेंस को और मजबूत बनाएगी।
पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया होगी सरल
PVR सुविधा के बाद पासपोर्ट से जुड़े कई काम पहले की तुलना में ज्यादा आसान हो जाएंगे—
- दस्तावेज जमा करने की परेशानी खत्म
- पुलिस और पते के सत्यापन की जानकारी तुरंत उपलब्ध
- पासपोर्ट जारी करने की प्रक्रिया तेज
नागरिक जिस तरह डिजिलॉकर में आधार, पैन और ड्राइविंग लाइसेंस रखते हैं, अब PVR भी सुरक्षित रूप से स्टोर कर सकेंगे।
पहले लगते थे कई चक्कर, अब सब कुछ ऑनलाइन
पहले लोगों को—
- सरकारी ऑफिसों में बार-बार जाना पड़ता
- कई कागज़ इकट्ठा करने होते
- सत्यापन प्रक्रिया में समय लगता
लेकिन अब डिजिलॉकर से कुछ ही क्लिक में पूरा रिकॉर्ड मिल जाएगा। इससे न सिर्फ समय बचेगा बल्कि प्रोसेस भी अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय होगी।
क्या है पासपोर्ट सत्यापन रिकॉर्ड (PVR)?
PVR वह दस्तावेज है जो पुष्टि करता है कि—
- आपका पुलिस सत्यापन पूरा हो चुका है
- पता सत्यापित है
- और पासपोर्ट बनाने के लिए आवश्यक सभी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं
इसे पासपोर्ट जारी करने की सबसे महत्वपूर्ण चरण माना जाता है।
शुरुआत में कुछ तकनीकी दिक्कतें भी
कुछ नागरिकों ने बताया है कि—
- PVR तुरंत लोड नहीं हो रहा
- डेटा सिंक में समय लग रहा है
विशेषज्ञों का मानना है कि सिस्टम पूरी तरह स्थिर होने के बाद ये समस्याएं दूर हो जाएंगी।
डिजिलॉकर में पहले से उपलब्ध हैं कई सेवाएं
डिजिलॉकर में नागरिक सुरक्षित रख सकते हैं—
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- वाहन पंजीकरण
- शैक्षणिक दस्तावेज
अब PVR सुविधा जुड़ने से डिजिलॉकर और अधिक व्यापक और लाभकारी बन गया है।