
आज की युवा पीढ़ी यानी Gen Z कई ऐसे नए स्लैंग शब्द इस्तेमाल करती है, जिन्हें समझना पिछली पीढ़ियों के लिए आसान नहीं है। इसी वजह से कई बार मज़ेदार स्थितियाँ पैदा हो जाती हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अभिनेता मनोज बाजपेयी भी कुछ ऐसा ही अनुभव कर बैठे, जब उनसे पूछा गया—‘बेंचिंग क्या होती है?’
मनोज बाजपेयी ने मजाकिया अंदाज़ में कहा—
“बेंचिंग मतलब जो बेंच पर बैठते हैं।”
जवाब सुनकर सभी हंस पड़े, लेकिन एंकर ने तुरंत उन्हें सही अर्थ बताया, जिसके बाद मनोज ने मजाक-मजाक में एक और Gen Z शब्द जोड़ दिया।
‘बेंचिंग’ क्या है? मनोज बाजपेयी को नहीं आया समझ, लेकिन आप जान लें
एंकर ने समझाया कि रिलेशनशिप की भाषा में बेंचिंग का मतलब है—
किसी को उम्मीद में लगाए रखना।
सामने वाला आपमें दिलचस्पी दिखाता है, लेकिन असली रिलेशन में आने से बचता है।
वह आपको “साइड ऑप्शन” की तरह रखता है—
- जब उसे अकेलापन महसूस हो, तभी याद करता है
- बाकी समय इग्नोर करता रहता है
ऐसे में सामने वाला सोचता है कि रिश्ता आगे बढ़ेगा, जबकि असल में दूसरा व्यक्ति सिर्फ अपनी सुविधा के लिए आपको पकड़े रखता है।
अब सवाल—‘Pookie’ किसे कहते हैं?
दूसरे इंटरव्यू में मनोज बाजपेयी ने कहा कि Gen Z की स्लैंग उनके लिए किसी नई भाषा की तरह है।
एंकर ने पूछा—“Pookie का मतलब पता है?”
मनोज ने हंसते हुए कहा कि उन्होंने इस पर एक वीडियो बनाया था जिसमें सिर पर रिबन बांधा था, लेकिन असली मतलब नहीं जानते थे।
एंकर ने बताया—
‘Pookie’ का अर्थ है ‘क्यूट’।
किसी की प्यारी हरकत, अंदाज़ या व्यवहार को Gen Z स्लैंग में Pookie कहा जाता है।
इसके बाद मनोज ने एक और शब्द पूछा—“ssup क्या होता है?”
एंकर ने बताया—
ssup = what’s up
जिस पर मनोज बोले—“ये सब आलसी लोगों की निशानी है!”
Gen Z के कुछ और पॉपुलर स्लैंग और उनके अर्थ
1. Boujee (बूजी)
इस शब्द का इस्तेमाल उन चीजों या व्यक्तियों के लिए किया जाता है जो स्टाइलिश, फैंसी या अलग हटकर हों।
2. Simp (सिम्प)
ऐसा व्यक्ति जो किसी को खुश करने के लिए हद से आगे बढ़ जाता है, खास तौर पर जब उसके मन में रोमांटिक भावनाएँ हों।
3. YOLO (योलो)
You Only Live Once — यानी “ज़िंदगी एक ही बार मिलती है।”
लंबा वाक्य न बोलकर Gen Z इसे शॉर्ट फॉर्म में कहती है।
4. TFW (टीएफ़डब्ल्यू)
That Feeling When — “वह एहसास जब…”
जैसे—
TFW जब शुक्रवार को ऑफिस से जल्दी छुट्टी मिल जाए।
क्यों जरूरी है ये स्लैंग समझना?
नई पीढ़ी लगातार बदल रही है और उसके साथ उसकी भाषा भी।
मनोज बाजपेयी की तरह कई लोग इन शब्दों को सुनकर चौंक जाते हैं, लेकिन Gen Z के साथ जुड़ाव बनाने के लिए इन स्लैंग को समझना अब लगभग आवश्यक हो गया है।