Wednesday, December 3

55 की उम्र में भी 26 जैसी ऊर्जा कैसे? शुभांकर के सवाल पर एक्सपर्ट ने बताए कई देसी नुस्खे

नई दिल्ली।
आयुर्वेद में ऐसे अनेक उपाय बताए गए हैं जो बढ़ती उम्र की थकान और कमजोरी को काफी हद तक कम कर देते हैं। आजकल बदलती लाइफस्टाइल और सर्दियों में बढ़ते इंफेक्शन के बीच लोग अपनी इम्युनिटी और स्टेमिना को लेकर पहले से अधिक सतर्क हैं। इसी मुद्दे पर यूट्यूबर शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट में आयुर्वेदिक एक्सपर्ट सुभाष गोयल शामिल हुए, जहां उन्होंने बढ़ती उम्र में भी युवा जैसी ऊर्जा बनाए रखने के कई आसान और घरेलू उपाय बताए।

शुभांकर ने हल्के-फुल्के अंदाज़ में सवाल किया—
“55 साल की उम्र में 26 साल का मज़ा कैसे लें?”
इस पर एक्सपर्ट ने एक के बाद एक अनेक घरेलू नुस्खे साझा किए, जो बुढ़ापे के लक्षणों को कम करने में सहायक माने जाते हैं।

1. सर्दियों की ढाल—च्यवनप्राश

एक्सपर्ट सुभाष गोयल के अनुसार, ठंड शुरू होते ही च्यवनप्राश का सेवन बेहद फायदेमंद है।
उनका कहना है कि इसके अंदर मौजूद कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ शरीर की इम्युनिटी को मजबूत बनाती हैं, जिससे वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

2. कमजोरी दूर करने के लिए—अलसी की पिन्नी

उन्होंने बताया कि अलसी की पिन्नी सर्दियों में ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत है।
खोए के साथ बनी यह पिन्नी शरीर को ताकत देती है, मांसपेशियों को मजबूत करती है और थकान दूर करती है।

3. शहद–हल्दी वाला दूध: एक्सपर्ट का निजी फॉर्मूला

सुभाष गोयल ने साझा किया कि वे खुद हर सर्दी में एक खास नुस्खा अपनाते हैं—

  • 1 चम्मच सरसों का शहद
  • आधा चम्मच हल्दी
  • गुनगुना दूध

उन्होंने कहा कि सरसों का शहद शरीर को आवश्यक गर्माहट और रोग प्रतिरोधक क्षमता देता है, जबकि हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है।
ध्यान रहे—मल्टीफ्लोरा शहद से बचें।

4. बुढ़ापे में जवानी जैसी ताकत के लिए—विशेष चूर्ण

एक्सपर्ट ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति कमजोरी और जोड़ों की समस्या से बचना चाहता है, तो घर पर एक पौष्टिक चूर्ण तैयार कर सकता है। इसमें शामिल हों—

  • सफेद मूसली
  • सालमपंजा
  • सालम मिश्री
  • कौंच बीज
  • अश्वगंधा
  • शतावरी
  • शिलाजीत

इन सबका मिश्रण हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और संपूर्ण शक्ति बढ़ाता है।

बुढ़ापा रोका नहीं जा सकता, लेकिन धीमा जरूर किया जा सकता है

एक्सपर्ट का कहना है कि उम्र बढ़ना स्वाभाविक है, परंतु सही खानपान, नियमित व्यायाम और आयुर्वेदिक नुस्खों के माध्यम से बुढ़ापे के लक्षणों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

डिस्क्लेमर:

यह रिपोर्ट यूट्यूब पर प्रकाशित वीडियो में बताए गए दावों पर आधारित है। एनबीटी इनकी सटीकता या प्रभाव का दावा नहीं करता। किसी भी घरेलू नुस्खे को अपनाने से पहले उचित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।

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