Wednesday, December 3

चार साल बाद टूटी निराशा की दीवार, डॉक्टर ने खोजी छिपी वजह; सही उपचार से आखिरकार महिला हुई प्रेग्नेंट

नई दिल्ली।
गर्भधारण में असफलता अक्सर कपल की उम्मीदों को इतना तोड़ देती है कि उन्हें लगता है जैसे अब किस्मत ने उनके हिस्से में मातृत्व नहीं लिखा। कुछ ऐसा ही दर्द एक 33 वर्षीय कपल भी झेल रहा था, जो पिछले चार साल से प्रेग्नेंसी की कोशिश कर रहा था, लेकिन बार-बार नाकामी मिलने से पूरी तरह निराश हो चुका था। सभी मेडिकल रिपोर्ट्स सामान्य होने के बावजूद गर्भधारण न होना उनके लिए पहेली बन चुका था। इसी बीच फर्टिलिटी एक्सपर्ट डॉ. महिमा ने वह छिपी वजह ढूंढ निकाली, जिसका पता न उन्हें था और न किसी पिछले उपचार में लगा था।

कपल बोला—‘जब सब रिपोर्ट्स नॉर्मल हैं तो प्रेग्नेंट क्यों नहीं हो पा रही हूं?’

डॉ. महिमा ने एक इंस्टाग्राम वीडियो में बताया कि कपल लंबे समय से प्रयास कर रहा था। महिला के पीरियड्स नॉर्मल थे, हार्मोनल प्रोफाइल और AMH लेवल भी सही थे। जांच रिपोर्ट में कोई समस्या नजर नहीं आ रही थी, लेकिन गर्भधारण लगातार असफल हो रहा था।

निराशा में डूबी महिला ने डॉक्टर से सवाल किया—
“जब हमारी सारी रिपोर्ट्स सही हैं तो मैं मां क्यों नहीं बन पा रही?”

गहन जांच में सामने आई असली बाधा

रिपोर्ट्स सामान्य होने के बावजूद डॉक्टर ने स्थिति को समझने के लिए दोबारा विस्तृत अल्ट्रासाउंड करवाया।
जांच में पता चला कि महिला को bilateral endometriotic cyst है।

डॉक्टर के अनुसार—
एंडोमेट्रियोसिस केवल दर्द ही नहीं देता, बल्कि यह फैलोपियन ट्यूब, खासकर उसके फिम्ब्रियल एंड को नुकसान पहुंचा सकता है। यही वह हिस्सा होता है, जहां से ट्यूब अंडे को पकड़कर आगे भेजती है।

ऐसे में—

  • अंडा बन रहा हो,
  • उसकी क्वालिटी अच्छी हो,
  • ओव्यूलेशन भी सही हो,

फिर भी ट्यूब अंडे को पिक नहीं कर पाती, और गर्भधारण असफल होता रहता है।

यही वजह इस कपल की सबसे बड़ी और छिपी बाधा थी।

सही निदान से मिली खुशखबरी

समस्या का सही इलाज शुरू होते ही हालात बदलने लगे।
डॉक्टर महिमा के अनुसार—
महिला ने अपने तीसरे IUI साइकल में सफलतापूर्वक गर्भधारण कर लिया

यह साबित करता है कि—

  • सही डायग्नोसिस
  • समय पर उपचार
  • और विशेषज्ञ मार्गदर्शन

के साथ bilateral endometriotic cyst होने पर भी प्रेग्नेंसी पूरी तरह संभव है।

डिस्क्लेमर

यह रिपोर्ट डॉक्टर द्वारा साझा किए गए इंस्टाग्राम वीडियो पर आधारित है। एनबीटी इसकी पूर्ण सटीकता का दावा नहीं करता। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी निर्णय के लिए अपने चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।

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