
नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान और दुनिया की सबसे अधिक वनडे रन बनाने वाली बल्लेबाज मिताली राज आज (3 दिसंबर) अपना 43वां जन्मदिन मना रही हैं। राजस्थान के जोधपुर में जन्मी मिताली ने महिला क्रिकेट में कई रिकॉर्ड बनाए हैं, ठीक वैसे ही जैसे मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने पुरुष क्रिकेट में इतिहास रचा।
सचिन और मिताली के बीच डेब्यू ऐज का चौंकाने वाला कनेक्शन
मिताली और सचिन के बीच एक खास कनेक्शन उनके इंटरनेशनल डेब्यू से जुड़ा है। दोनों ने अपने-अपने डेब्यू मैच में उम्र के हिसाब से समान रिकॉर्ड बनाया।
सचिन तेंदुलकर ने साल 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट से इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा। उस समय उनकी उम्र 16 साल 205 दिन थी। वहीं, मिताली राज ने 1999 में आयरलैंड के खिलाफ मिल्टन केन्नस में अपना पहला वनडे मैच खेला। और चौंकाने वाली बात यह है कि मिताली की उम्र भी ठीक 16 साल 205 दिन थी।
डेब्यू मैच में शतक की धमाकेदार शुरुआत
मिताली ने अपने पहले मैच में ही शतक जमाया और उस समय वनडे में शतक बनाने वाली सबसे कम उम्र की क्रिकेटर बनीं। सचिन ने अपने दूसरे टेस्ट में सबसे कम उम्र में फिफ्टी बनाने का रिकॉर्ड बनाया। मिताली का यह शतक का रिकॉर्ड करीब 20 साल बाद आयरलैंड की ए. हंटर ने तोड़ा, जबकि सचिन का रिकॉर्ड आज तक कायम है।
सबसे कम उम्र में टेस्ट में दोहरा शतक
मिताली ने 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ टांटन टेस्ट में 214 रन की पारी खेलकर सबसे कम उम्र में दोहरा शतक बनाने का रिकॉर्ड बनाया। उस समय उनकी उम्र 19 साल 254 दिन थी। यह रिकॉर्ड आज भी अटूट है। इसके अलावा मिताली का 19 साल 262 दिन का सबसे लंबे टेस्ट करियर का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
वनडे में सबसे ज्यादा रन और लंबा इंटरनेशनल करियर
मिताली ने 1999 से 2022 तक टीम इंडिया के लिए 232 इंटरनेशनल मैच खेले और 7805 रन बनाए। उनका औसत 50.68 रहा, जिसमें 7 शतक और 64 फिफ्टी शामिल हैं। टी20 इंटरनेशनल में उन्होंने 89 मैच में 2364 रन बनाए। मिताली का इंटरनेशनल करियर 22 साल 274 दिन का रहा, जो महिला क्रिकेट में सबसे लंबा करियर है।
अन्य खास रिकॉर्ड्स
- मिताली ने कप्तान के रूप में सबसे ज्यादा 155 वनडे मैच खेले।
- टेस्ट में नंबर-4 पोजीशन पर उनका 214 रन का स्कोर सबसे बड़ा है।
- किसी एक टेस्ट पारी में उन्होंने 3 कैच लेने का रिकॉर्ड बनाया।
- वनडे में लगातार 7 पारियों में फिफ्टी लगाने वाली वे पहली खिलाड़ी हैं।
मिताली राज ने महिला क्रिकेट को एक नई पहचान दी और उनके ये रिकॉर्ड आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगे।