
नई दिल्ली: भारत में इस साल वेडिंग सीजन पूरे उत्साह और भव्यता के साथ चल रहा है। विशेषज्ञों के अनुमान के मुताबिक 1 नवंबर से 14 दिसंबर के बीच लगभग 46 लाख शादियां होंगी, जिससे लगभग 6.5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है। जिम कॉर्बेट, बोध गया और अन्य प्रमुख डेस्टिनेशन वेडिंग स्थलों के होटल पहले ही पूरी तरह से बुक हो चुके हैं।
होटलों में भारी बुकिंग
उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट में ‘द रिवरव्यू रिट्रीट’ जैसी जगहों में सभी वेडिंग डेट्स बुक हो चुकी हैं। लेजर होटल्स ग्रुप के हेड ऑफ सेल्स शहजाद असलम ने बताया कि इस साल वे 18 डेस्टिनेशन वेडिंग्स से करीब 15 करोड़ रुपये कमाने की उम्मीद कर रहे हैं। एक औसत शादी का खर्च होटल में 90 लाख रुपये से शुरू होता है। वहीं, मैरियट इंटरनेशनल में लग्जरी शादियों का खर्च औसतन 1.3 करोड़ रुपये या उससे अधिक है, जबकि मिड-सेगमेंट शादियों में यह 35 लाख से 80 लाख रुपये के बीच रहता है।
मेहमानों और ज्वेलरी पर खर्च
आईएचसीएल के कमर्शियल वीपी परवीन चंदर कुमार ने बताया कि मेहमानों का खर्च बढ़ा है, जिससे शादी से होने वाली कमाई में वृद्धि होगी। अंगारा और रिलायंस ज्वेल्स जैसे ब्रांडों में सोने और डायमंड ज्वेलरी की मांग भी तेज़ी से बढ़ी है। गहनों पर खर्च शादी के कुल खर्च का लगभग 15% बनता है।
कपड़ों और फैशन में बदलाव
- रेमंड के एथनिक कलेक्शन में 1,499 रुपये के कुर्ता सेट से लेकर 85,000 रुपये की प्रीमियम शेरवानी बिक रही है।
- फैबइंडिया के मुताबिक लोग हर सेरेमनी के लिए अलग-अलग स्टाइल चुन रहे हैं।
- इकाया बनारस और आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल के ब्रांड्स में पिछले साल की तुलना में 10%-15% अधिक ग्रोथ देखने को मिल रही है।
इस साल भारतीय शादियों में लग्जरी और अनोखे अनुभव की मांग पहले से कहीं अधिक है। जिम कॉर्बेट से लेकर बोध गया तक होटलों में बुकिंग और उच्च खर्च इस बात का संकेत है कि वेडिंग इंडस्ट्री 2025 में बढ़ते व्यवसाय और संभावनाओं के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।