
कानपुर, 22 नवंबर। दिल्ली में 10 नवंबर को हुए कार विस्फोट के बाद जांच तेज हो गई है। इसी क्रम में खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि IIT कानपुर के कश्मीरी मूल के दो पीएचडी छात्र कई दिनों से संस्थान के संपर्क में नहीं हैं। सूचना मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां उनकी तलाश में जुट गई हैं। हालांकि IIT प्रशासन ने छात्रों के लापता होने की पुष्टि से इनकार किया है।
विस्फोट के बाद बढ़ी जांच की रफ्तार
दिल्ली में हुई घटना में कई लोगों की जान जाने के बाद जांच एजेंसियों ने संबंधित नेटवर्क की तलाश शुरू की। इससे पहले:
- GSVM मेडिकल कॉलेज की पूर्व चिकित्सक डॉ. शाहीन को गिरफ्तार किया जा चुका है
- कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. मोहम्मद आरिफ से पूछताछ चल रही है
सूत्रों का कहना है कि एजेंसियां आरोपियों से जुड़े संभावित संपर्कों की जांच कर रही हैं और शहर के कई ठिकानों पर नजर बनाए हुए हैं। किसी भी तरह की बड़ी साजिश की आशंका को ध्यान में रखते हुए सतर्कता बढ़ा दी गई है।
दोनों छात्र शोध पूरा कर चुके, संपर्क नहीं
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार:
- एक छात्र 18 अक्टूबर से संस्थान से अनुपस्थित है
- दूसरा 10 नवंबर के बाद से संपर्क में नहीं आया
दोनों छात्रों ने reportedly अपना शोध कार्य पूरा कर थीसिस जमा कर दी थी, जिसके बाद वे कैंपस से बाहर थे। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि वे कहाँ हैं और किस वजह से संपर्क टूट गया।
IIT प्रशासन ने जानकारी से किया इनकार
IIT कानपुर के निदेशक प्रो. मणिंद्र अग्रवाल ने कहा कि संस्थान के पास ऐसी किसी लापता सूचना की पुष्टि नहीं है। उन्होंने बताया कि आधिकारिक तौर पर किसी छात्र की गुमशुदगी की शिकायत नहीं दी गई है।
एजेंसियां जुटा रहीं ठोस जानकारी
जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार:
- अभी किसी भी छात्र पर किसी तरह का आरोप नहीं लगाया गया है
- केवल लोकेशन और स्थिति का पता लगाने के लिए प्रक्रिया चल रही है
- कश्मीर मूल के छात्रों का ब्यौरा हाल ही में नियमित सुरक्षा जांच के तहत एकत्र किया गया था
सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि फिलहाल मामला तथ्यों की पुष्टि और ट्रेसिंग का है, और जल्द ही स्पष्ट जानकारी सामने आने की संभावना है।