
सतना: मध्य प्रदेश के सतना जिले में नागौद पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है, जिसमें ‘फरियादी’ ही असल आरोपी निकला। कट्टे के साथ स्नैपचैट वीडियो बनाते समय गलती से खुद को गोली मार बैठा युवक, पुरानी रंजिश निकालने के लिए एक निर्दोष युवक सहित तीन लोगों पर हत्या के प्रयास का झूठा मामला दर्ज करवा गया। पुलिस जांच में जब सच्चाई सामने आई तो तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि मुख्य आरोपी समीर सौदागर फरार है।
ऐसे बुनी गई झूठी कहानी
14 नवंबर को समीर सौदागर ने नागौद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि शंकर बाग के पास निशांत सिंह और उसके दो साथियों ने उसे रोका और पुरानी रंजिश के चलते उस पर कट्टे से फायर कर दिया। गोली उसके बाएं हाथ की उंगली में लगी।
पुलिस ने तत्काल हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पहला सुराग—लोकेशन से टूटी कहानी
थाना प्रभारी अशोक पाण्डेय की टीम ने जांच शुरू की तो पहला बड़ा खुलासा हुआ—
जिस निशांत सिंह पर गोली चलाने का आरोप था, घटना के समय उसकी मोबाइल लोकेशन पुणे (महाराष्ट्र) की निकली।
यानी वह सतना में था ही नहीं। इसके बाद पुलिस ने फरियादी के साथियों से पूछताछ की, जिसमें सच बाहर आने लगा।
गांजा, स्नैप वीडियो और कट्टा—यही था असली सिनारियो
जांच में पता चला कि समीर अपने दोस्तों संजय बेलदार, प्रदीप प्रजापति, राजाबाबू ताम्रकार, दिल्लू मुसलमान और मंते यादव के साथ प्रदीप की कार (MP 19 NF 6681) में घूम रहा था और सभी गांजा पी रहे थे।
इसी दौरान समीर अवैध कट्टे से स्नैपचैट वीडियो बनाकर ‘रील’ बना रहा था।
जैसे ही कार बेहनान मोहल्ला की पुलिया के पास पहुंची, कट्टे से अचानक फायर हो गया और गोली समीर के ही हाथ में लग गई।
दुश्मन को फंसाने की साजिश
अपनी मूर्खता छिपाने और पुरानी रंजिश निकालने के लिए इन युवकों ने अस्पताल जाने से पहले ही एक प्लान बनाया—
निशांत सिंह पर गोली चलाने का झूठा आरोप लगाओ और हत्या के प्रयास का केस दर्ज करा दो।
थाने में वही मनगढ़ंत कहानी बयान कर केस दर्ज कराया गया।
पुलिस ने ऐसे खोला राज
- तकनीकी साक्ष्यों ने सच उजागर किया
- साथियों ने पूछताछ में पूरी साजिश उगल दी
- घटना को “आकस्मिक गोली” करार देते हुए पुलिस ने निशांत को क्लीन चिट दे दी
फरियादी ही आरोपी बना
साजिश बेनकाब होने पर पुलिस ने समीर सौदागर और उसके साथियों के खिलाफ
झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने, साजिश रचने, सबूत छिपाने और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर आरोपों में नया मामला दर्ज किया।
तीन गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
पुलिस ने दबिश देकर तीन आरोपियों—
- मंते उर्फ हिमांशु यादव (21)
- संजय बेलदार (25)
- प्रदीप प्रजापति (24)
को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। घटना में इस्तेमाल कार भी जब्त कर ली गई है।
वहीं मुख्य आरोपी समीर सौदागर अब भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में लगी है।