
जयपुर, 18 नवम्बर। राजधानी जयपुर के नाहरी का बास क्षेत्र से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां सरकारी स्कूल के शिक्षक मुकेश जांगिड़ (48) ने अत्यधिक कार्य-दबाव से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि मुकेश जांगिड़ को हाल ही में BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) का अतिरिक्त कार्य सौंपा गया था और SIR (Special Intensive Revision) प्रक्रिया के दौरान उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था।
घटना के बाद उनके पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से लिखा है कि SIR प्रक्रिया का काम उनकी मानसिक स्थिति पर भारी पड़ रहा था और उनका सुपरवाइज़र सीताराम उन्हें धमका रहा था कि काम पूरा न करने पर निलंबन (सस्पेंशन) कर दिया जाएगा।
“काम का बोझ और धमकियों से परेशान हूँ”— सुसाइड नोट में टीचर की पीड़ा
सुसाइड नोट में मुकेश ने लिखा है कि SIR योजना से जुड़े कामों का दबाव असहनीय हो चुका था। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि सुपरवाइज़र लगातार फोन कर धमकियां दे रहा था और काम पूरा करने के लिए मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा था।
शिक्षक संघों में आक्रोश, विरोध प्रदर्शन तेज
घटना के बाद राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ सहित कई शिक्षकों के संगठन मैदान में उतर आए हैं। उनका आरोप है कि—
- जिला प्रशासन SIR प्रक्रिया में “बेहतरीन प्रदर्शन” दिखाने की होड़ में फील्ड में लगे कर्मियों पर अत्यधिक दबाव बना रहा है।
- स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, लेकिन शिक्षकों को BLO के काम में लगा दिया गया है।
- परिणामस्वरूप स्कूलों में पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है और शिक्षक दोहरी जिम्मेदारियों के बीच पिस रहे हैं।
शिक्षक संगठनों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि SIR और BLO जैसे कामों से शिक्षकों को अविलंब मुक्त किया जाए, ताकि वे विद्यालयों में अपने मूल कार्य—“शिक्षण”—पर ध्यान दे सकें।
पुलिस कर रही जांच, परिवार में कोहराम
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना से परिवार और विद्यालय परिसर में मातम पसरा हुआ है। स्थानीय लोग और सहकर्मी शिक्षक इसे “सरकारी कामकाज की अव्यवस्था और अत्यधिक दबाव” का परिणाम बता रहे हैं।