
बेंगलुरु, 18 नवम्बर। केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सोमवार देर रात उस समय अफरा-तफरी से भर गया, जब एक शख्स बड़े चाकू के साथ टर्मिनल-1 के बाहर दौड़ता हुआ दिखाई दिया। आरोपी की मंशा दूसरे व्यक्ति पर वार करने की थी, लेकिन मौके पर मौजूद CISF जवानों की अद्भुत फुर्ती से एक बड़ा हादसा टल गया।
घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें दिखाई देता है कि एक युवक जान बचाकर भाग रहा है और दो लोग उसका पीछा कर रहे हैं। अचानक युवक गिर पड़ता है और पीछा कर रहा एक आरोपी चाकू लेकर उसके बेहद करीब पहुँच जाता है। तभी CISF का एक जवान पीछे से आते हुए हमलावर को दबोच लेता है और हमले को अंजाम देने से रोक देता है।
घटना कैसे हुई?
पुलिस के अनुसार, झगड़ा जयनगर तृतीय ब्लॉक निवासी सुहैल अहमद प्यारेजान (36) और जगदीश जेआर तथा रेणु कुमार के बीच विवाद से शुरू हुआ। बताया गया कि सुहैल पर पहले हमला हुआ था, जिसके बाद वह बदला लेने की नीयत से चाकू लेकर लौटा और दोनों पर हमला करने दौड़ पड़ा।
CISF का समय रहते हस्तक्षेप
CISF ने सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो पोस्ट कर बताया कि
- रात करीब 12 बजे के आसपास सुहैल को चाकू लेकर टर्मिनल-1 आगमन लेन के पास दौड़ते देखा गया।
- ASI सुनील कुमार और दो अन्य ड्यूटी पर तैनात जवानों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ लिया।
- चाकू को सुरक्षित रूप से छीना गया और किसी को भी चोट नहीं आने दी गई।
तत्काल बाद में तीनों व्यक्तियों को KIA पुलिस के हवाले कर दिया गया।
क्या कहती है शुरुआती जांच?
प्रारंभिक जांच के अनुसार घटना की जड़ में पुरानी रंजिश और मारपीट का मामला प्रतीत होता है। पुलिस ने बताया कि सुहैल का दावा है कि उसी रात जगदीश और उसके साथियों ने पहले उस पर हमला किया था, जिसके बाद वह बदला लेने के लिए चाकू लेकर वहां पहुँचा।
खतरा टला, लेकिन सुरक्षा पर उठे सवाल
यह घटना एयरपोर्ट जैसे हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में सुरक्षा की चुनौती को उजागर करती है। हालांकि CISF की तेज कार्रवाई से बड़ी दुर्घटना टल गई, लेकिन चाकू लेकर टर्मिनल तक पहुंचने पर जांच एजेंसियों ने सवाल उठाए हैं।