
शाजापुर: पर्याप्त खाद उपलब्ध होने के बावजूद उसे न मिलने से नाराज़ किसानों ने सोमवार सुबह शाजापुर शहर के टंकी चौराहा पर सड़क जाम कर दिया। किसानों ने बेरछा रोड स्थित खाद वितरण केंद्र पर भी हंगामा किया, स्टाफ से धक्का-मुक्की की और केंद्र की शटर पर पत्थर फेंके।
घटना के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भी किसानों की नाराजगी कम नहीं हुई और उन्होंने खाद न मिलने की अपनी परेशानी स्पष्ट रूप से व्यक्त की।
किसानों का सवाल:
किसानों का कहना था कि जिले में खाद की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध होने के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन उन्हें यह क्यों नहीं मिल पा रहा। उन्होंने टोकन प्रणाली के माध्यम से खाद वितरण व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। किसानों का आरोप है कि टोकन के नाम पर ही उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है और बार-बार वितरण केंद्रों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
हंगामे के बाद वितरण:
टंकी चौराहा पर हंगामा करने के बाद अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाया और उन्हें कोतवाली थाने के पास स्थित खाद वितरण केंद्र पर ले जाकर तुरंत खाद वितरित किया। इससे सवाल उठे कि नियम अनुसार टोकन बनवाने वाले किसानों को परेशान किया जा रहा था, लेकिन हंगामा करने पर ही तुरंत खाद मिल रही थी।
विभागीय दावा और परेशानी:
जिम्मेदार विभाग का कहना है कि जिले में पर्याप्त खाद उपलब्ध है और पिछले वर्षों की तुलना में इसका भंडारण भी अधिक है। बावजूद इसके किसानों को वितरण व्यवस्था की खामियों और अफसरों की अनदेखी के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। शाजापुर की नायब तहसीलदार नाहिद अंजुम ने बताया कि पोर्टल न चलने के कारण खाद वितरण में देरी हुई। अधिकारियों ने पीओएस मशीन से खाद वितरण सुनिश्चित किया और भोपाल से पोर्टल संबंधी समस्या का निवारण किया गया।
निष्कर्ष:
शाजापुर के इस घटनाक्रम से यह साफ है कि पर्याप्त खाद उपलब्ध होने के बावजूद वितरण में तकनीकी और प्रशासनिक कमियों के कारण किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हंगामा करने के बाद ही खाद का तत्काल वितरण होना इस बात का संकेत है कि किसानों की शिकायतों पर समय पर ध्यान देना आवश्यक है।