Friday, November 14

ओवैसी की AIMIM ने किया कमाल, सीमांचल में महागठबंधन का वोट NDA की झोली में डाला

पटना, 14 नवम्बर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में सीमांचल क्षेत्र में एनडीए को अप्रत्याशित बढ़त मिल रही है। इस क्षेत्र में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने महागठबंधन के मुस्लिम वोट बैंक को काटकर एनडीए को फायदा पहुंचाया है। खबर लिखे जाने तक सीमांचल के 24 विधानसभा क्षेत्रों में एनडीए को लगभग 20 सीटों पर बढ़त नजर आ रही थी।

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने इस बार जमकर प्रचार किया और मुस्लिम मतदाताओं का विश्वास हासिल किया। शुरुआती रुझानों से साफ दिख रहा है कि ओवैसी की रणनीति काम कर रही है और महागठबंधन को सीमांचल में बड़ा झटका लगा है।

सीमांचल के मुख्य जिले हैं किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार, जहां कुल मतदाताओं का प्रतिशत 30% से 65% तक है। इस क्षेत्र में महागठबंधन की सीटें:

  • कांग्रेस: 12
  • आरजेडी: 9
  • वीआईपी: 2

वहीं, एनडीए के अंतर्गत:

  • बीजेपी: 11
  • जेडीयू: 10
  • एलजेपी (चिराग पासवान): 3

ओवैसी की AIMIM 15 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

मुख्य वोटिंग रुझान (11 बजे तक):

  • अमौर: जेडीयू के सबा जफर 13,566 वोट, AIMIM के अख्तरुल ईमान 11,575 वोट, कांग्रेस के अब्दुल जलील मस्तान 5,751 वोट।
  • बहादुरगंज: एलजेपी के मोहम्मद कलीमुद्दीन 10,701 वोट, AIMIM के मो. तौसीफ आलम 7,183 वोट, कांग्रेस के मोहम्मद मसवर आलम 5,622 वोट।
  • बायसी: AIMIM आगे 9,759 वोट, बीजेपी के विनोद कुमार 3,908 वोट, RJD के अब्दुस सुब्हान 1,738 वोट।
  • जोकीहाट: JDU के मंजर आलम 15,909 वोट, AIMIM के मोहम्मद मुर्शिद आलम दूसरे नंबर पर।
  • कोचाधामन: AIMIM के मो. सरवर आलम 15,371 वोट के साथ सबसे आगे, NDA के मुजाहिद आलम और बीजेपी की बीणा देवी तीसरे नंबर पर।

विश्लेषकों का कहना है कि ओवैसी की AIMIM ने सीमांचल के चुनावी समीकरण बदल दिए हैं, जिससे एनडीए को अप्रत्याशित लाभ मिला है और महागठबंधन को मुश्किल स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।

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