
क्रिकेट के इतिहास में कुछ रिकॉर्ड ऐसे होते हैं, जो हमेशा यादगार बन जाते हैं। आज के दिन यानी 12 नवंबर को करीब 7 साल पहले बांग्लादेश के विकेटकीपर-बल्लेबाज मुस्तफिकुर रहीम ने टेस्ट क्रिकेट में एक ऐसा अनोखा रिकॉर्ड बनाया, जिसे महेंद्र सिंह धोनी और एडम गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज भी हासिल नहीं कर पाए।
🏏 दो दोहरे शतक लगाने वाले इकलौते विकेटकीपर
मुस्तफिकुर रहीम ने 12 नवंबर 2018 को जिम्बाब्वे के खिलाफ ढाका टेस्ट में नॉटआउट 219 रन की पारी खेली। यह उनका दूसरा दोहरा शतक था। इस उपलब्धि के साथ वे टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपर के तौर पर दो दोहरे शतक बनाने वाले दुनिया के पहले और इकलौते खिलाड़ी बन गए।
- धोनी और गिलक्रिस्ट ने भी दोहरे शतक लगाए, लेकिन दूसरा दोहरा शतक कभी नहीं बना पाए।
- ऋषभ पंत और अन्य विकेटकीपर इस रिकॉर्ड के करीब भी नहीं हैं।
🏏 बांग्लादेश के लिए नया इतिहास
- मुस्तफिकुर की 219 रन की पारी बांग्लादेश के टेस्ट इतिहास में किसी बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर है।
- उन्होंने 411 गेंदों का सामना किया, जो बांग्लादेशी बल्लेबाजों के लिए नया रिकॉर्ड है।
- इस पारी की मदद से बांग्लादेश ने जिम्बाब्वे को 218 रन से हराया।
🏏 टेस्ट क्रिकेट में दोहरे शतक बनाने वाले विकेटकीपर
इतिहास में अब तक केवल 9 विकेटकीपर दोहरे शतक तक पहुंचे हैं, लेकिन मुस्तफिकुर रहे इकलौते जिन्होंने दो दोहरे शतक लगाए:
| खिलाड़ी | रन | मैच और साल |
| एंडी फ्लॉवर (जिम्बाब्वे) | 232* | 2000, भारत के खिलाफ |
| कुमार संगकारा (श्रीलंका) | 230 | 2002, पाकिस्तान के खिलाफ |
| महेंद्र सिंह धोनी (भारत) | 224 | 2013, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ |
| मुस्तफिकुर रहीम (बांग्लादेश) | 219* | 2018, जिम्बाब्वे के खिलाफ |
| तस्लीम आरिफ (पाकिस्तान) | 210* | 1980, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ |
| इम्तियाज अहमद (पाकिस्तान) | 209 | 1955, न्यूजीलैंड के खिलाफ |
| बी. वाटलिंग (न्यूजीलैंड) | 205 | 2019, इंग्लैंड के खिलाफ |
| एडम गिलक्रिस्ट (ऑस्ट्रेलिया) | 204* | 2002, साउथ अफ्रीका के खिलाफ |
| ब्रेंडन कुरुप्पू (श्रीलंका) | 201* | 1987, न्यूजीलैंड के खिलाफ |
| मुस्तफिकुर रहीम (बांग्लादेश) | 200 | 2013, श्रीलंका के खिलाफ |
मुस्तफिकुर रहीम का यह रिकॉर्ड न केवल उनके लिए, बल्कि बांग्लादेश क्रिकेट के लिए गर्व का पल है। उनके शानदार प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि विकेटकीपर सिर्फ बल्ले से रन बनाने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भी दिग्गजों के बराबर खेल सकते हैं।