Wednesday, November 12

बिहार चुनाव के दूसरे चरण में NDA की चुनौती: शाहाबाद, मगध और सीमांचल रेंज का होगा निर्णायक रोल

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में NDA और महागठबंधन ने जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। इस बार की लड़ाई खास तौर पर शाहाबाद, मगध और सीमांचल रेंज की सीटों पर केंद्रित है, जो सत्ता की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।

🔹 शाहाबाद रेंज का समीकरण

शाहाबाद में चार जिले शामिल हैं – भोजपुर, रोहतास, कैमूर और बक्सर। 2020 के विधानसभा चुनाव में NDA को 22 में से सिर्फ 2 सीटें मिली थीं, जबकि महागठबंधन ने 20 पर कब्ज़ा किया। भोजपुर के बड़हरा और आरा सीटें NDA ने जीतीं, लेकिन कैमूर, रोहतास और बक्सर में विपक्ष का दबदबा रहा। इस बार NDA के रणनीतिकार इन जिलों में कुछ और सीटें जीतकर समीकरण बदलने की योजना में हैं।

🔹 मगध रेंज की चुनौती

मगध रीजन के चार जिलों में 26 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से NDA को केवल 5 सीटें मिली थीं। गया जिले में चार सीटें NDA के पास थीं – गया, इमामगंज, टेकारी और बाराचट्टी। बाकी सीटों पर विपक्ष ने कब्जा जमाया। NDA के लिए रणनीतिक तौर पर यहां 21 सीटों पर जीत हासिल करना सरकार बनाने में अहम साबित हो सकता है।

🔹 सीमांचल रेंज का हाल

सीमांचल में पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज जिले आते हैं। 20 विधानसभा सीटों में से NDA के पास केवल 12 सीटें हैं, जबकि किशनगंज में एक भी सीट NDA के पास नहीं है। सीमांचल में NDA घुसपैठियों और विकास के मुद्दे पर चुनावी दांव खेल रही है।

🔹 NDA के लिए चुनौती और रणनीति

शाहाबाद और मगध में NDA ने जंगलराज और विकास के मुद्दों पर विपक्ष को घेरा है। इन तीन रेंज में जितनी नई सीटें NDA हासिल करेगी, उतना ही उनकी सरकार बनाने की राह आसान होगी। इन क्षेत्रों के परिणाम तय करेंगे कि बिहार में सत्ता की बागडोर किसके हाथ में जाएगी।

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