
बारां: राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर मंगलवार को हुए उपचुनाव में मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस महापर्व में अभूतपूर्व उत्साह दिखाया। सुबह 7 बजे शुरू हुआ मतदान शाम 6 बजे तक शांतिपूर्ण ढंग से चला। कुल 268 मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस बार उपचुनाव में मतदान प्रतिशत 80.25% दर्ज किया गया।
जिला प्रशासन और निर्वाचन विभाग ने बताया कि मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रहा। अब सबकी निगाहें 14 नवंबर पर टिकी हैं, जब ईवीएम में कैद वोटों की गिनती होगी और यह तय होगा कि जीत का सेहरा किस उम्मीदवार के सिर बंधेगा।
अंता सीट का चुनावी इतिहास
अंता विधानसभा क्षेत्र का गठन 2008 में हुआ। पहला चुनाव कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया ने जीतकर जीता, जिसमें मतदान 71% था।
- 2013: पीएम मोदी की लहर के बीच 80.1% मतदान, भाजपा के प्रभुलाल सैनी विजयी।
- 2018: 81.1% वोटिंग, कांग्रेस ने दोबारा बाजी मारी, प्रमोद जैन भाया विजेता।
- 2023: 80.3% मतदान, भाजपा के कंवरलाल मीणा ने कांग्रेस को हराया।
हालांकि, कंवरलाल मीणा को 20 साल पुराने मामले में तीन साल की सजा मिलने के बाद उनकी विधायकी रद्द हो गई, जिससे 2025 में यह उपचुनाव हुआ।
मतदान का रुझान
मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और पहले तीन घंटे में ही 14.10% वोटिंग दर्ज हुई।
दोपहर 1 बजे तक यह बढ़कर 47.40% हो गई।
शाम 5 बजे तक 77.17% मतदाता मतदान कर चुके थे।
अंततः रात तक कुल 183,171 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जो कुल 228,264 मतदाताओं में से हैं।
अंता उपचुनाव 2025 अपने उत्साही और शांतिपूर्ण मतदान के लिए विधानसभा क्षेत्र के इतिहास में यादगार बन गया।