
तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। चेन्नै के तिरुत्तानी इलाके में ओडिशा से आए एक प्रवासी मजदूर पर चार नाबालिगों ने धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया और इस पूरी वारदात का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है।
ट्रेन में शुरू हुआ विवाद, स्टेशन पर किया हमला
पुलिस के अनुसार यह घटना शनिवार शाम चेन्नै–तिरुत्तानी ईएमयू लोकल ट्रेन में शुरू हुई। ओडिशा निवासी के. सूरज उसी ट्रेन से सफर कर रहा था। तिरुवलंगडु स्टेशन पर चार नाबालिग लड़के उसके डिब्बे में चढ़े और उससे बहस करने लगे। जब सूरज तिरुत्तानी स्टेशन पर उतरा, तो आरोपियों ने उसे जबरन रेलवे के खाली क्वार्टरों की ओर धकेल दिया।
वहां तीन नाबालिगों ने हंसिया जैसे धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया, जबकि चौथा लड़का कैमरे के सामने ‘विक्ट्री साइन’ दिखाता रहा। हमलावरों ने इस पूरी घटना का वीडियो बनाया और बाद में उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
राहगीरों ने बचाई जान
हमले के बाद घायल सूरज किसी तरह लड़खड़ाते हुए पास की सड़क तक पहुंचा। वहां मौजूद राहगीरों ने तुरंत रेलवे पुलिस को सूचना दी। उसे पहले तिरुत्तानी सरकारी अस्पताल ले जाया गया, बाद में गंभीर चोटों के चलते तिरुवल्लूर सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों के अनुसार अब पीड़ित की हालत स्थिर है।
सोशल मीडिया वीडियो से हुई पहचान
पुलिस ने बताया कि इंस्टाग्राम पर वायरल हुए वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई। उसी रात पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चारों नाबालिगों को तिरुत्तानी–अराककोनम बाईपास के पास से हिरासत में लिया, जहां वे कथित तौर पर बैठे हुए थे। जांच में सामने आया कि सभी आरोपी 17 वर्ष के स्कूल ड्रॉपआउट हैं।
जुवेनाइल बोर्ड के सामने पेश
चारों नाबालिगों को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया। बोर्ड के आदेश पर तीन किशोरों को सरकारी ऑब्जर्वेशन होम भेज दिया गया, जबकि एक दिव्यांग नाबालिग को चेतावनी देकर उसके माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया।
प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा और किशोर अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता बढ़ा दी है। पुलिस का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच जारी है और सोशल मीडिया पर हिंसा का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।