
श्रीनगर/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद (एजीयूएस) के एक अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें दो डॉक्टर भी शामिल हैं। गिरफ्तारियां गुजरात, यूपी और हरियाणा से हुईं। इसी घटनाक्रम के बीच सोमवार रात दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास भीषण ब्लास्ट हुआ, जिसमें 10 लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल हुए।
आतंकियों की अंतरराज्यीय साज़िश
शुरुआती जांच में सामने आया कि चार डॉक्टर इस मॉड्यूल से जुड़े थे। तीन डॉक्टर पुलिस की गिरफ्त में हैं, जबकि चौथे डॉक्टर ने ह्यूमन बम बनाकर कार ब्लास्ट किया। सीसीटीवी फुटेज में धमाके वाली कार के रास्ते से डॉक्टर की पहचान की गई। एनआईए, एनएसजी और दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा इस घटना की गहन जांच में जुटी है।
गुजरात के डॉक्टर के पास हथियार और रासायनिक सामग्री बरामद
गांधीनगर के पास अदलाज कस्बे से गिरफ्तार डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद के पास तीन पिस्तौलें, दो ऑस्ट्रियाई ग्लॉक और एक इतालवी बेरेटा मिली। साथ ही गोला-बारूद और चार लीटर अरंडी का तेल बरामद हुआ, जिसका उपयोग अत्यधिक विषैला राइसिन बनाने में किया जा सकता है। सैय्यद इस रसायन को हथियार बनाने के लिए तैयार कर रहा था।
हरियाणा में 350 किलोग्राम विस्फोटक बरामद
फरीदाबाद के अल-फला अस्पताल से जुड़े डॉ. मुजम्मिल शकील के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए गए। इसमें 350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, डेटोनेटर, असॉल्ट राइफल और गोला-बारूद शामिल थे। बरामद विस्फोटक 100 मीटर के दायरे में भयावह तबाही मचा सकता था।
सहारनपुर और लखनऊ का लिंक
सहारनपुर से डॉ. आदिल अहमद राठेर को गिरफ्तार किया गया। लखनऊ से शाहीन शाहिद को पकड़ा गया, जिसने शकील को अपनी कार में असॉल्ट राइफल और गोला-बारूद रखने की अनुमति दी थी। दिल्ली में विस्फोट वाली कार का मालिक तारिक पुलवामा का रहने वाला था, जबकि कार का असली मालिक सलमान पुलिस हिरासत में है।
खतरनाक नेटवर्क और IS-खोरासान का लिंक
गिरफ्तार डॉक्टर्स ने खुफिया एजेंसियों को यह संकेत दिया कि उनका संपर्क IS-खोरासान प्रांत से था। यह संगठन अत्यंत क्रूर आतंकवादी हमलों के लिए जाना जाता है। उनका लक्ष्य दिल्ली, लखनऊ, अहमदाबाद जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में रासायनिक और विस्फोटक हमले करना था।
जांच जारी
जम्मू-कश्मीर पुलिस, दिल्ली पुलिस और एनआईए संयुक्त रूप से पूरे नेटवर्क की तह तक पहुंचने में जुटी है। चारों राज्यों और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन को ध्यान में रखते हुए पूरी कार्रवाई तेज कर दी गई है।