
नई दिल्ली: सोमवार सुबह राजधानी के जंतर-मंतर पर एक व्यक्ति ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नजदीकी अस्पताल भेज दिया। प्रारंभिक जांच में मृतक की पहचान 45 वर्षीय लोकेश के रूप में हुई।
पुलिस के अनुसार, लोकेश अविवाहित थे और मुरैना में अपने माता-पिता के साथ रहते थे। वह मुरैना में जनरल स्टोर चलाते थे। शुरुआती जांच में सामने आया कि लोकेश अपनी बहन के लिए मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग में अनुकंपा के आधार पर नौकरी दिलाने की मांग कर रहे थे। उनके बहन के पति वर्ष 2019 में शिक्षा विभाग में सहायक कर्मचारी (पियोन) के पद पर कार्यरत थे और ड्यूटी के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी। तब से लोकेश लगातार सरकार और विभाग से बहन को नौकरी दिलाने की गुहार लगा रहे थे, लेकिन हर दरवाजा बंद मिलने के कारण मानसिक रूप से टूट गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लोकेश जुलाई में भी इसी मांग को लेकर दिल्ली आए थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। रविवार रात अकेले ट्रेन से दिल्ली पहुंचे और सोमवार तड़के सीधे जंतर-मंतर पहुंच गए।
सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि सुबह करीब 7.30 बजे लोकेश जंतर-मंतर पहुंचे। उन्होंने मेटल डिटेक्टर गेट के पास बनी चाय की दुकान पर चाय पी और कुछ देर इधर-उधर घूमे। इसके बाद उन्होंने देसी कट्टे से सिर के दाहिने हिस्से में गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने मृतक के पास से कट्टा और मोबाइल फोन बरामद किया है। घटनास्थल पर एफएसएल टीम और क्राइम ब्रांच ने साक्ष्य जुटाए। पुलिस संसद मार्ग थाना क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। परिवार को घटना की जानकारी दे दी गई है और पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह दर्दनाक घटना समाज में बेरोजगारी और मानसिक तनाव के गंभीर प्रभाव को उजागर करती है।