
नांदेड़/पुणे।
महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के एक वरिष्ठ नेता के कथित दिनदहाड़े अपहरण और बेरहमी से पिटाई की घटना ने राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। घटना के बाद कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, वहीं एनसीपी नेता के समर्थकों ने नांदेड़ बंद का ऐलान किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, नांदेड़ नगर निगम में विपक्ष के पूर्व नेता जीवन घोगरे पाटिल सोमवार को अपनी टोयोटा इनोवा कार से जा रहे थे। इसी दौरान सामने से आई एक महिंद्रा स्कॉर्पियो ने उनकी गाड़ी को जबरन रोक लिया। सड़क किनारे पहले से घात लगाए बैठे तीन लोग दौड़कर पहुंचे और पाटिल को खींचकर स्कॉर्पियो में डाल लिया। पूरी वारदात पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
सूनसान इलाके में ले जाकर की पिटाई
जीवन घोगरे पाटिल का आरोप है कि अपहरणकर्ता उन्हें एक अज्ञात और सूनसान इलाके में ले गए, जहां उनके साथ बुरी तरह मारपीट की गई। इसके बाद उन्हें एक गांव के पास फेंक दिया गया और आरोपी मौके से फरार हो गए। गंभीर चोटों के कारण पाटिल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
जान से मारने की धमकी, बीड कांड का हवाला
पीड़ित नेता ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उन्हें धमकी दी कि वे भविष्य के मंत्री बताए जा रहे नेता के काम में दखल न दें। साथ ही चेतावनी दी गई कि उनका भी वही हश्र हो सकता है, जैसा पिछले साल बीड जिले में अपहरण के बाद मारे गए ग्राम प्रधान संतोष देशमुख का हुआ था। इस धमकी ने मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है।
नेताओं पर साजिश का आरोप, FIR दर्ज
जीवन घोगरे पाटिल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए पार्टी के सहयोगियों प्रतापराव गोविंदराव चिखलिकर और मोहनराव मारोत्राव हम्बार्दे पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है। पुलिस ने नांदेड़ के विधायक प्रताप पाटिल चिखलिकर और पूर्व विधायक मोहनराव हम्बार्दे के खिलाफ हिंसा भड़काने और उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया है।
इस प्रकरण में शुभम दत्ता सुनेवाद, राहुल मारोती दासरवाद, कौस्तुभ रमेश रणवीर, विवेक नरहरि सूर्यवंशी, माधव बालाजी वाघमारे, मोहम्मद अफरोज फकीर और देवानंद भोले सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, इनमें से तीन आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आया है।
गुंडाराज खत्म करने की अपील, नांदेड़ बंद
अस्पताल में भर्ती जीवन घोगरे पाटिल ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से नांदेड़ में कथित गुंडाराज खत्म करने की अपील की है। उधर, घटना से आक्रोशित समर्थकों ने मंगलवार को नांदेड़ बंद का ऐलान किया है।
यह घटना न सिर्फ राजनीतिक गुटबाजी को उजागर करती है, बल्कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े करती है।