
प्रतापगढ़। यूपी पुलिस के तेज-तर्रार अफसर आईपीएस दीपक भूकर एक बार फिर चर्चा में हैं। जिस तरह उन्होंने प्रयागराज में अतीक अहमद गैंग के अपराध साम्राज्य को ध्वस्त किया था, उसी तरह अब प्रतापगढ़ में भी उनका अभियान अपराधियों के लिए काल बन गया है।
नशे के कारोबार पर शिकंजा कसते हुए उनकी टीम ने ड्रग तस्कर राजेश मिश्रा के घर से करोड़ों रुपये की नकदी बरामद की है। पुलिस ने लगातार 20 घंटे तक नोटों की गिनती की — जिसके लिए चार मशीनें लगानी पड़ीं।
🔹 नोटों के जखीरे ने मचाई सनसनी
मानिकपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि जेल में बंद राजेश मिश्रा अपनी पत्नी और बच्चों के जरिए ड्रग्स का अवैध कारोबार चला रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद एसपी दीपक भूकर ने खुद ऑपरेशन का ब्लूप्रिंट तैयार किया।
ड्रोन और टेक्निकल सर्विलांस के जरिए लोकेशन ट्रैक की गई और 8 नवंबर की सुबह पुलिस टीम ने तस्कर के घर छापा मारा।
अंदर से महिलाओं की मौजूदगी बताकर दरवाजा नहीं खोला गया, लेकिन पुलिस ने दरवाजा तोड़कर घर में प्रवेश किया — और वहां नोटों का पहाड़ देखकर सब दंग रह गए।
🔹 20 घंटे चली गिनती, बैंक में जमा कराई रकम
एसपी दीपक भूकर खुद मौके पर पहुंचे और अपनी निगरानी में 20 घंटे तक नोटों की गिनती करवाई। इस दौरान पूरे ऑपरेशन की वीडियोग्राफी कराई गई। पुलिस ने करीब दो करोड़ रुपये की नकदी बरामद की।
पैसे बैंक में जमा कराए गए। ऑपरेशन में एएसपी पश्चिमी बृजनंदन राय, सीओ कुंडा अमरनाथ गुप्ता और मानिकपुर थाना पुलिस शामिल रही।
दीपक भूकर ने कहा — “प्रतापगढ़ में नशे के कारोबार को पूरी तरह खत्म किया जाएगा। ऐसे अपराधी समाज को जहर बेचते हैं और पीढ़ियों को बर्बाद करते हैं।”
🔹 पहले भी चलाया था ‘ऑपरेशन लंगड़ा’
प्रतापगढ़ आने से पहले दीपक भूकर उन्नाव के एसपी थे, जहां उन्होंने ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ चलाकर अपराधियों की कमर तोड़ दी थी।
371 दिनों के कार्यकाल में उनकी टीम ने 33 मुठभेड़ कीं, 42 अपराधियों को पैर में गोली मारी और 43 अपराधियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया।
साथ ही 169 गैंगस्टरों की संपत्ति कुर्क करवाई और 272 गुंडों पर कार्रवाई की।
🔹 प्रयागराज में ध्वस्त किया अतीक अहमद का साम्राज्य
दीपक भूकर ने प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ गैंग के खिलाफ ऐतिहासिक कार्रवाई की थी।
उनकी टीम ने वकील उमेश पाल हत्याकांड के दो आरोपियों को मुठभेड़ में ढेर किया था।
उनके नेतृत्व में पुलिस ने अतीक अहमद की 180 करोड़ की संपत्ति जब्त की और गरीबों के नाम पर खरीदी गई जमीन को सरकारी संपत्ति घोषित कराया।
भूकर ने अतीक गैंग के फाइनेंसरों, मुखबिरों और छिपने के ठिकानों पर एक के बाद एक छापेमारी कर पूरे नेटवर्क को खत्म कर दिया।
🔹 साहसी अफसर की प्रेरक कहानी
2016 बैच के आईपीएस दीपक भूकर का जन्म 28 जुलाई 1986 को हरियाणा के झज्जर जिले के गौरिया गांव में हुआ।
उनके पिता नरेंद्र पाल सिंह भारतीय सेना में 17 वर्ष सेवा देने के बाद इंटर कॉलेज में प्रवक्ता रहे।
दीपक भूकर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी और एमएससी की पढ़ाई की।
वर्ष 2019 में उनकी शादी आईआरएस अफसर अदिति मोर से हुई।
🔹 जनता की जुबान पर नाम — दीपक भूकर
सोशल मीडिया पर लोग दीपक भूकर की ईमानदारी, साहस और त्वरित कार्रवाई की खुलकर सराहना कर रहे हैं।
अतीक गैंग के साम्राज्य को खत्म करने के बाद अब उन्होंने प्रतापगढ़ में नशे के कारोबार की जड़ें उखाड़कर एक बार फिर साबित कर दिया है कि