Saturday, December 20

कोबरा और करैत का जाल: 3 करोड़ के बीमा के लिए बेटे ने रची पिता की हत्या!तमिलनाडु में सांप के काटने की मौत के पीछे खुला हिला देने वाला सच

This slideshow requires JavaScript.

चेन्नई, तिरुवल्लूर: तमिलनाडु के पोदातुरपेट गांव में हुई एक अजीबोगरीब घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया। 56 वर्षीय गणेशन, जो एक सरकारी बालिका माध्यमिक विद्यालय में प्रयोगशाला सहायक के रूप में कार्यरत थे, की मौत एक सप्ताह के भीतर दो बार सांप के काटने से हुई।

पहली घटना में उन्हें कोबरा ने काटा था, लेकिन पड़ोसियों और अस्पताल की मदद से उनकी जान बच गई। एक सप्ताह बाद, इस बार करैत सांप ने उनके गर्दन पर हमला किया और उनकी मौत हो गई। शुरू में यह एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना प्रतीत हुई, लेकिन दो महीने बाद खुला सच किसी को भी चौंका देने वाला था।

बीमा कंपनी ने खोला रहस्य

मृतक के बेटों द्वारा प्रस्तुत किए गए 3 करोड़ रुपये के बीमा क्लेम ने बीमा कंपनी को शक की गहराई में डाल दिया। जांच में सामने आया कि गणेशन का परिवार इस तरह की भारी बीमा राशि लेने के लिए आर्थिक रूप से सक्षम नहीं था। बीमा कंपनी ने पुलिस को सूचना दी, और असली रहस्य धीरे-धीरे उजागर हुआ।

बेटों ने रची थी हत्याकांड की साजिश

विशेष जांच दल की जांच में खुलासा हुआ कि बेटे मोहनराज (26) और हरिहरन (27) ने अपने पिता की हत्या की योजना बनाई थी। इसके लिए उन्होंने अपने मित्रों जी बालाजी, बी प्रशांत, एस दिनकरन और जी नवीनकुमार की मदद ली। आरोपियों ने पहले कोबरा और फिर करैत सांप का इंतजाम कर हत्या को सांप का काटना दिखाने की योजना बनाई।

जांच अधिकारियों के अनुसार, पहली बार पैर में काटने के बाद गणेशन की जान बच गई, लेकिन दूसरी बार, करैत सांप को घर में घुसाकर गर्दन पर काटने की व्यवस्था की गई, जिससे उनका तुरंत निधन हो गया।

अदालत तक पहुँच सकता है मामला

पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी है। हत्या के पीछे की मोटिवेशन, बीमा राशि की लालच, और इसे छुपाने के लिए किए गए षड्यंत्र ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है।

विशेष जांच अधिकारी ने कहा, “सांप के काटने की यह घटना किसी भी तरह आकस्मिक नहीं थी। बेटों और उनके सहयोगियों की पूर्व नियोजित योजना का खुलासा हुआ है।”

Leave a Reply