Saturday, December 20

अमेरिका में H-1B वीजा रिन्यू के लिए आए हजारों भारतीय फंसे, अपॉइंटमेंट अचानक कैंसल

वॉशिंगटन/नई दिल्ली: अमेरिकी H-1B वीजा रिन्यू कराने भारत आए हजारों भारतीय टेक प्रोफेशनल्स अब देश में ही फंस गए हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने इनकी अपॉइंटमेंट अचानक कैंसल कर दी है, और नए अपॉइंटमेंट महीनों बाद के लिए निर्धारित किए गए हैं।

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जानकारी के अनुसार, 15 से 26 दिसंबर के बीच सैकड़ों से लेकर हजारों हाई-स्किल्ड वर्कर्स की अपॉइंटमेंट रद्द कर दी गई। वीजा रिन्यू कराने आए अधिकांश भारतीय परिवार सहित हैं, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। वकीलों के अनुसार इससे प्रभावित लोगों की जिंदगी पूरी तरह उलझ गई है और उनकी नौकरी पर भी खतरा मंडरा रहा है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने बताया कि ट्रंप प्रशासन की नई सोशल मीडिया जांच नीति के लागू होने के कारण इंटरव्यू में देरी हो रही है। विभाग ने अपॉइंटमेंट कैंसल के पीछे राष्ट्रीय और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने को कारण बताया है।

H-1B वीजा प्रोग्राम छह साल तक विदेशी प्रोफेशनल्स को अमेरिका में काम करने और रहने की अनुमति देता है। भारत इस प्रोग्राम का सबसे बड़ा लाभार्थी है, जिसमें 71 प्रतिशत वीजा धारक भारतीय हैं। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में H-1B वीजा विवादों में रहा और दक्षिणपंथी समर्थक इसे अमेरिकी नौकरियों को प्रभावित करने वाला मानते हैं।

इमिग्रेशन वकीलों ने बताया कि कई वर्कर्स के लिए अपॉइंटमेंट मार्च या जून 2026 तक रीशेड्यूल किए गए हैं। कुछ मामलों में तो अपॉइंटमेंट 2027 के लिए निर्धारित किए गए हैं। इससे प्रभावित प्रोफेशनल्स को अमेरिका में अपनी नौकरी, परिवार और बच्चों की शिक्षा को लेकर भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

एक भारतीय इंजीनियर ने बताया कि उन्हें 17 और 23 दिसंबर के लिए अपॉइंटमेंट मिली थी, जो कैंसल हो गई और उन्हें अब जुलाई 2026 तक रिन्यूअल का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि H-1B पर काम करने वाले प्रोफेशनल्स को अचानक भारत भेजना कंपनियों और उद्योग के लिए गंभीर संकट पैदा कर सकता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह नई नीति भारतीय टेक प्रोफेशनल्स और अमेरिका के तकनीकी उद्योग दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होगी।

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