
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मतगणना के ठीक पहले ही पुलिस मुख्यालय ने साफ कर दिया है कि आचार संहिता उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। चुनाव खत्म होते ही सोशल मीडिया पर फेक न्यूज, जातीय भड़काऊ पोस्ट और डीपफेक वीडियो साझा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
⚡ सोशल मीडिया हैंडल की सूची तैयार
राज्य की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की साइबर सेल ने 150 सोशल मीडिया प्रोफाइल की लिस्ट तैयार की है। इन प्रोफाइलों ने चुनाव के दौरान लगातार फेक न्यूज, जातीय उकसावा और डीपफेक वीडियो शेयर किए। EOU के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लन ने बताया कि AI डेस्क ने अब तक दो दर्जन से ज्यादा डीपफेक वीडियो पकड़ लिए हैं और लिंक प्लेटफॉर्म से हटवाए गए हैं।
🏠 छापेमारी और चार्जशीट
इन प्रोफाइलों से जुड़े लोगों के घरों पर छापेमारी की जाएगी, और गिरफ्तारी के बाद 15 दिन के भीतर चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
⚠️ राजनीतिक दलों को भी चेतावनी
पुलिस मुख्यालय के सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल ने अब तक 184 आपत्तिजनक पोस्ट हटवाए हैं। इनमें राजद, भाजपा और कांग्रेस से जुड़े हैंडल भी शामिल हैं। ADG नैयर हसनैन खान ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश अनुसार सभी पार्टियों को चेतावनी दी गई थी कि AI से बनी सामग्री पर ‘AI Generated’ लेबल लगाना अनिवार्य है। इसका उल्लंघन करने वालों पर IT एक्ट, IPC और आचार संहिता की धाराएं लागू होंगी।
🔫 अवैध हथियारों के मामले में भी तेज सुनवाई
चुनाव के दौरान राज्य भर से 850 अवैध हथियार और 4000 कारतूस बरामद किए गए थे। पुलिस मुख्यालय ने इन मामलों में स्पीडी ट्रायल (तेज सुनवाई) का प्लान बनाया है ताकि दोषियों को जल्दी सजा मिल सके।
👮♂️ पुलिस की सख्ती और आम जनता से अपील
पुलिस ने साफ कहा कि हिंसा भड़काने वालों को कोई राहत नहीं मिलेगी। सभी जिलों में विशेष टीमें गठित की गई हैं और मतगणना के दिन अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा। पुलिस ने आम लोगों से cVIGIL ऐप के माध्यम से शिकायत करने और अफवाह फैलाने से बचने की अपील की है।