
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सुदर्शन चक्र प्रोजेक्ट राष्ट्रीय संपत्तियों की सुरक्षा में आने वाले समय में एक निर्णायक भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की घोषणा इस साल 15 अगस्त को की थी।
रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि स्वदेशी जेट इंजन का विकास अब एक राष्ट्रीय मिशन बन चुका है और इसके लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आधुनिक युद्ध अब केवल हथियारों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि आइडिया, टेक्नोलॉजी और एडप्टिबिलिटी का युद्ध बन गया है।
रक्षा मंत्री ने मॉडर्न वॉरफेयर की तीन अहम जरूरतों पर विशेष जोर दिया:
- प्रिसिजन-गाइडेड वेपन
- रियल-टाइम इंटेलिजेंस
- डेटा-ड्रिवेन डिसिजन मेकिंग
उन्होंने कहा, “जो देश टेक्नोलॉजी, स्ट्रैटजिक विजन और एडप्टिबिलिटी की इस तिकड़ी में महारत हासिल करेगा, वही ग्लोबल लीडरशिप की ओर अग्रसर होगा।”
इस अवसर पर ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि भारत ने हाई इम्पैक्ट और शॉर्ट ड्यूरेशन मिशन में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। रक्षा मंत्री ने भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम की भी सराहना करते हुए कहा कि हवाई ताकत किसी भी लीडरशिप को स्पष्ट संदेश देने की क्षमता देती है कि राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर कदम उठाया जाएगा।