
पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में एक ढोंगी बाबा ने इंग्लैंड से लौटे एक आईटी प्रोफेशनल दंपती से बेटियों की बीमारी और घर के वास्तु दोष का डर दिखाकर 14 करोड़ रुपये ठग लिए। जब बेटियों की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ, तो दंपती ने पुलिस से शिकायत की और क्राइम ब्रांच ने तीन आरोपियों को नाशिक से गिरफ्तार किया।
🔹 कैसे हुई ठगी?
- डोलस दंपत्ति इंग्लैंड में दस साल तक काम करने के बाद 2010 में बेटियों के इलाज के लिए भारत आए।
- पुणे के कोथरूड इलाके में एक भजन समूह के जरिए उनकी मुलाकात वेदिका पंढरपूरकर और दीपक खडके से हुई।
- आरोपियों ने दावा किया कि बेटियों की बीमारी संपत्ति और घर के वास्तु दोष के कारण है।
- ढोंगी बाबा ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके पास आध्यात्मिक उपचार की शक्ति है।
🔹 14 करोड़ की ठगी का तरीका
- डोलस दंपती ने अपनी अवनी, पुणे की फ्लैट और कोंकण का खेत बेच दिया।
- भविष्य निधि की रकम और रिश्तेदारों से लिए गए कर्ज को भी बाबा के खाते में ट्रांसफर किया।
- ढोंगी बाबा ने दंपती को डराया और मानसिक दबाव डालकर संपत्ति हड़प ली।
🔹 पुलिस की कार्रवाई
- पुणे क्राइम ब्रांच ने वेदिका कुणाल पंढरपूरकर, कुणाल वैजनाथ पंढरपूरकर और दीपक जनार्दन खडके को नाशिक से गिरफ्तार किया।
- वेदिका की मां और भाई पर भी मामला दर्ज किया गया।
- डीसीपी (साइबर और आर्थिक अपराध) विवेक मसाल के अनुसार, आरोपी लगातार दंपती को फंसाकर बड़ी रकम हड़प रहे थे।
🔹 दंपती की स्थिति
- डोलस अब बेटियों की देखभाल और कर्ज चुकाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
- दंपती ने अपनी सारी संपत्ति बेचकर बाबा को भरोसा दिलाया, लेकिन बेटियों की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ।
निष्कर्ष:
यह मामला एक बार फिर चेतावनी है कि अर्थिक लालच और डर दिखाकर लोग आसानी से ठगी कर सकते हैं। इस प्रकार के फर्जी बाबा सामाजिक और कानूनी रूप से खतरनाक साबित हो सकते हैं।