
नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों मुश्किलों से जूझ रही है। कंपनी को फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के लिए CGST दिल्ली साउथ कमिश्नरेट द्वारा 58.75 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस जारी किया गया है। यह जानकारी एयरलाइन ने शुक्रवार को साझा की।
इसी बीच, कंपनी के कामकाज में गंभीर गड़बड़ी के चलते हजारों उड़ानें रद्द हो चुकी हैं और यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी है। शुक्रवार को भी 54 फ्लाइट्स कैंसिल रही।
फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन नियमों का असर
इंडिगो भारत में घरेलू उड़ानों का लगभग 65% संचालन करती है। हाल के दिनों में उड़ानों के रद्द होने की समस्या 1 नवंबर से लागू हुए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FTDL) नियमों के कारण बढ़ी। इन नियमों के तहत पायलट और क्रू मेंबर्स को अधिक आराम मिलेगा, रात की ड्यूटी कम होगी और हफ्ते में 48 घंटे का आराम अनिवार्य होगा। 2 दिसंबर से हालात और बेकाबू हो गए।
चार इंस्पेक्टरों की बर्खास्तगी
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने एयरलाइन पर कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया था और कहा कि यात्रियों को परेशान करने की किसी एयरलाइन को अनुमति नहीं दी जाएगी। इस कार्रवाई के तहत डीजीसीए ने इंडिगो के चार फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर्स को टर्मिनेट कर दिया। ये लोग एयरलाइन की सेफ्टी और ऑपरेशन कंप्लायंस की निगरानी करते थे।
विशेषज्ञों का कहना है कि टैक्स नोटिस और ऑपरेशन में गड़बड़ी ने इंडिगो की प्रतिष्ठा पर असर डाला है, और एयरलाइन को अपने संचालन सुधारने के लिए जल्द ही कदम उठाने होंगे।