
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमानों के बेड़े को अपग्रेड करने जा रहा है। इसके लिए ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी कांग्रेस को औपचारिक रूप से 686 मिलियन डॉलर (लगभग 6174 करोड़ रुपये) का प्रस्ताव भेजा है। यह कदम भारत-पाकिस्तान के बीच सुरक्षा संतुलन पर नए सवाल खड़े कर रहा है।
पैकेज में क्या शामिल है
अमेरिका की डिफेंस सिक्योरिटी कोऑपरेशन एजेंसी (DSCA) के अनुसार, इस अपग्रेड पैकेज में कुल 37 मिलियन डॉलर का प्रमुख रक्षा उपकरण (MDE) और 649 मिलियन डॉलर का सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और लॉजिस्टिकल सपोर्ट शामिल है।
- 92 लिंक-16 टैक्टिकल डेटा लिंक सिस्टम: जैम-रेसिस्टेंट युद्धक्षेत्र संचार नेटवर्क, जो अमेरिकी और सहयोगी सेनाओं में इस्तेमाल होता है।
- 6 Mk-82 इनर्ट 500-पाउंड बम बॉडी: ट्रेनिंग और टेस्टिंग के लिए।
यह अपग्रेड पाकिस्तान के ब्लॉक-52 और मिड-लाइफ (MLU) F-16 विमानों को मॉडर्न बनाएगा, सुरक्षा बढ़ाएगा और 2040 तक बेड़े को ऑपरेशनल बनाए रखेगा।
भारत के लिए चिंता का विषय
पैकेज में यह भी कहा गया है कि अपग्रेड पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी प्रयासों में अमेरिका और सहयोगी सेनाओं के साथ इंटरऑपरेबिलिटी बनाए रखने की अनुमति देगा। हालांकि, यह कदम भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय संतुलन के दृष्टिकोण से गंभीर चिंता का विषय है।
कांग्रेस में समीक्षा शुरू
अमेरिका के हाउस स्पीकर माइक जॉनसन, सीनेट फॉरेन रिलेशंस कमेटी के चेयरमैन जेम्स रिश और हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के चेयरमैन ब्रायन मास्ट को यह नोटिफिकेशन भेजा गया। अब 30 दिन की समीक्षा अवधि शुरू हो गई है, जिसमें अमेरिकी सांसद इसकी जांच करेंगे और कोई आपत्ति होने पर प्रस्ताव पर चर्चा होगी।