
जिले के प्रतिष्ठित सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल में प्री-बोर्ड परीक्षा के दौरान 10वीं की एक छात्रा के साथ कथित रूप से अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आने से बुधवार को स्कूल परिसर में हंगामा मच गया। आरोप है कि नकल के शक में ड्यूटी पर तैनात महिला शिक्षिका पूजा सोलंकी ने छात्रा के कपड़े उतरवाने का निर्देश दिया।
छात्रा ने रोते हुए घर बताई आपबीती
परीक्षा के बाद छात्रा ने घर पहुंचकर परिजनों को पूरी घटना बताई। परिजन अगले ही दिन स्कूल पहुंचे और शिक्षिका एवं प्रबंधन से जवाब मांगने लगे। आरोप है कि करीब दो घंटे तक इंतजार कराया गया, लेकिन न तो शिक्षिका सामने आईं और न ही प्रबंधन की ओर से कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण दिया गया।
ABVP और अन्य संगठनों ने घेरा स्कूल
घटना की भनक लगते ही ABVP कार्यकर्ता और अन्य हिंदू संगठनों के सदस्य विद्यालय पहुंच गए। उन्होंने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाज़ी की और छात्रा को न्याय दिलाने की मांग की। इस दौरान गुस्साए परिजनों ने कथित रूप से कुछ तोड़फोड़ भी की।
‘तुम उतार दो, नहीं तो हमें भी उतारना आता है’ — बयान पर बढ़ा आक्रोश
ABVP नेता राहुल बंडोले ने आरोप लगाया कि चेकिंग के दौरान छात्रा के विरोध करने पर शिक्षिका ने अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा—
“तुम उतार दो, नहीं तो हमें भी उतारना आता है।”
इसी कथित बयान ने गुस्से की आग को और हवा दी।
पुलिस की दखल से शांत हुआ माहौल
सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को शांत कराया। परिजन छात्रा के साथ थाने पहुंचे और शिक्षिका के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की। कोतवाली प्रभारी दिनेश कुशवाहा ने बताया कि शिकायत के आधार पर बयान दर्ज किए जा रहे हैं, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल प्रबंधन ने कहा— जांच जारी
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि शिक्षिका के खिलाफ शिकायत मिली है और मामला गंभीर है। भीड़ अधिक होने के कारण शिक्षिका को सामने नहीं बुलाया गया। प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि आंतरिक जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।