Monday, December 8

इंडिगो पर सरकार का चाबुक! एयर इंडिया और अन्य एयरलाइनों को बढ़ सकती है फ्लाइट्स

नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को इस महीने भारी संकट का सामना करना पड़ा है। इस दौरान, 5,000 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं, जिससे हवाई अड्डों पर अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इंडिगो रोजाना लगभग 2,300 फ्लाइट्स संचालित करती है, लेकिन इस संकट के कारण उसकी परिचालन क्षमता में भारी गिरावट आई है।

अब, सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए (DGCA) ने इंडिगो को सर्दियों के शेड्यूल के दौरान अपनी उड़ानों की संख्या में कम से कम 300 फ्लाइट्स की कटौती करने का निर्देश देने पर विचार किया है। यही नहीं, सरकार ने अन्य एयरलाइनों से भी कहा है कि वे इंडिगो द्वारा फ्लाइट्स कम करने के कारण होने वाली अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए अपनी उड़ानें बढ़ाएं।

पायलटों की कमी और फ्लाइट कैंसिलेशन

इंडिगो को पायलटों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते कंपनी के नेटवर्क में गड़बड़ी उत्पन्न हो रही है। सर्दियों के मौसम में अक्टूबर के अंत से लेकर मार्च के अंत तक फ्लाइट्स की संख्या बढ़ने की संभावना होती है, और ऐसे में पायलटों की कमी और उड़ानों की रद्दीकरण ने संकट को और गहरा किया है।

डीजीसीए ने बुलाए इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारी

डीजीसीए ने इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारियों को तलब किया और उनसे पायलटों की भर्ती योजना, प्रशिक्षण और क्रू शेड्यूलिंग के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है। अधिकारियों ने यह भी पूछा है कि मौजूदा पायलटों के आधार पर कंपनी कितनी उड़ानें संचालित कर सकती है।

कोहरे के कारण और बढ़ सकती है समस्या

एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि उत्तर भारत में अगले हफ्ते कोहरे की स्थिति बनने की संभावना है, जिससे उड़ानों में और देरी और व्यवधान हो सकता है। इंडिगो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी स्वीकार किया कि आगामी तीन महीनों में पायलटों की संख्या बढ़ाए बिना पूरे शेड्यूल को संचालित करना कठिन होगा। पायलटों की संख्या बढ़ाना जटिल कार्य है, क्योंकि उन्हें महीनों का प्रशिक्षण और इन-फ्लाइट अनुभव प्राप्त करना पड़ता है।

एयर इंडिया और अन्य एयरलाइनों को बढ़ानी पड़ सकती हैं उड़ानें

इंडिगो की उड़ानों में कटौती से पैदा होने वाली अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने एयर इंडिया और अन्य एयरलाइनों से कहा है कि वे अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाएं। सरकार की यह पहल इंडिगो के बढ़ते संकट को देखते हुए की गई है, ताकि यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।

इंडिगो का शेड्यूल धीरे-धीरे हो रहा है स्थिर

इंडिगो ने रविवार को लगभग 1,650 उड़ानें संचालित कीं, जो शनिवार को संचालित 1,578 उड़ानों से अधिक थीं। कंपनी अब अपने शेड्यूल को धीरे-धीरे स्थिर करने की कोशिश कर रही है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में देशभर के हवाई अड्डों पर हजारों यात्री फंसे हुए थे। इससे यात्रियों में नाराजगी फैल गई और एयरलाइन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाने लगी।

निष्कर्ष

इंडिगो के सामने इस समय पायलटों की कमी और उड़ानों की रद्दीकरण की समस्या बनी हुई है, जिसके कारण यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। डीजीसीए की ओर से सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत इंडिगो को फ्लाइट्स कम करने की सलाह दी जा सकती है, वहीं एयर इंडिया और अन्य एयरलाइनों से अपनी फ्लाइट्स बढ़ाने के लिए कहा गया है। इस पूरे घटनाक्रम से एयरलाइन उद्योग में हड़कंप मचा हुआ है और यात्रियों की चिंता भी बढ़ रही है।

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