
जालौन। कुठौंद थाने के इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुदकुशी कर ली। इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे में सनसनी मचा दी है। घटना की पड़ताल में महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा के नाम और उनकी इंस्पेक्टर से नजदीकियों का पता चला है। पुलिस मीनाक्षी के आईफोन की मदद से इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
शादी से पहले विवाद
सूत्रों के अनुसार, फरवरी 2026 में मीनाक्षी शर्मा की शादी तय थी। आरोप है कि मीनाक्षी ने इंस्पेक्टर से अपनी शादी के खर्च के लिए रुपये की मांग की थी। कथित तौर पर दोनों के बीच मोबाइल पर बहस भी हुई थी। पुलिस का मानना है कि ब्लैकमेलिंग और पैसों की मांग से तंग होकर इंस्पेक्टर ने अपनी जान दे दी।
पीलीभीत में भी विवादित गतिविधियां
मीनाक्षी शर्मा की पहली तैनाती पीलीभीत में हुई थी। वहां एक सिपाही ने आरोप लगाया कि मीनाक्षी ने उसे फंसाकर 25 लाख रुपए की मांग की थी। सिपाही ने दावा किया कि मीनाक्षी ने लव अफेयर और अश्लील वीडियो बनाकर कई पुलिसकर्मियों को ब्लैकमेल किया और झूठे मामलों में फंसाया।
कोंच कोतवाली में बढ़ी नजदीकी
14 मार्च 2024 को मीनाक्षी की जालौन की कोंच कोतवाली में पोस्टिंग हुई। 5 जुलाई 2024 को इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय को कोंच कोतवाली का प्रभारी बनाया गया। दोनों लगभग सात महीने तक एक ही थाने में तैनात रहे, यहीं से उनकी नजदीकियों की शुरुआत हुई।
जांच और हिरासत
पुलिस ने मीनाक्षी शर्मा को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है। पांच घंटे की पूछताछ में उसने बताया कि इंस्पेक्टर खुदकुशी से पहले अपनी जान दे चुके थे। एसपी दुर्गेश कुमार ने बताया कि हर पहलू की जांच जारी है और महिला कॉन्स्टेबल की आय पर भी छानबीन की जा सकती है।
पृष्ठभूमि
मीनाक्षी शर्मा मेरठ के फलावदा थाना क्षेत्र के गांव अहमदपुर उर्फ दांदूपुर की रहने वाली हैं। उनके पिता का नाम विपिन कुमार शर्मा है। मीनाक्षी 2019 में सिपाही पद पर भर्ती हुई थीं और पहली पोस्टिंग पीलीभीत में हुई थी। पीलीभीत में विवादों के कारण उनका 3 अक्टूबर 2022 को जालौन में तबादला कर दिया गया।
यह मामला पुलिस महकमे के अंदरूनी विवाद और व्यक्तिगत संबंधों के चलते उत्पन्न खतरनाक परिस्थितियों को उजागर करता है।
