
पणजी: उत्तरी गोवा के मशहूर नाइटक्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ में हुई भीषण आग ने पीक टूरिस्ट सीजन की शुरुआत से पहले पूरे राज्य को दहलाकर रख दिया। हादसे में कुल 25 लोगों की मौत हुई, जबकि 6 लोग घायल हैं। शुरुआती जांच में आग लगने का कारण इलेक्ट्रिक फायरक्रैकर बताया गया है, जो लकड़ी की छत से टकराकर भड़क गया।
क्लब मालिकों और कर्मचारियों पर मामला दर्ज
गोवा पुलिस ने क्लब के मालिकों सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बताया कि गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है और दिल्ली टीम उन्हें पकड़ने के लिए रवाना हुई है।
इसके अलावा क्लब के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक (49) और गेट मैनेजर प्रियंशु ठाकुर (32) दिल्ली के रहने वाले हैं। बार मैनेजर राजवीर सिंघानिया (32) और जनरल मैनेजर विवेक सिंह (27) उत्तर प्रदेश के निवासी हैं।
आग कैसे लगी और फैली?
हादसा रात 11:45 बजे हुआ, जब क्लब में एक इवेंट चल रहा था और 150 से अधिक टूरिस्ट मौजूद थे। प्रारंभिक जांच में पता चला कि लकड़ी की छत पर इलेक्ट्रिक फायरक्रैकर लगने से आग भड़क गई।
छत से आग फैलते ही कलाकारों ने इवेंट रोक दिया और लोग बाहर निकलने की कोशिश में जुट गए। अधिकांश टूरिस्ट सुरक्षित बाहर निकले, लेकिन जो लोग अंदर फंस गए, उन्होंने बेसमेंट के रास्ते बचने की कोशिश की। बेसमेंट में दम घुटने के कारण 23 लोगों की मौत हुई और वहां कोई वेंटिलेशन नहीं था।
एक-दूसरे के ऊपर पड़ी लाशें
पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की टीम आग बुझाने के बाद बेसमेंट में एक-दूसरे के ऊपर पड़ी लाशें देखकर चौंक गई। वहां दो लाशें सीढ़ियों पर जली हुई मिलीं।
मृतकों और घायलों की जानकारी
गोवा के मुख्यमंत्री ने बताया कि मृतकों में 5 टूरिस्ट शामिल हैं, बाकी असम, बंगाल, झारखंड, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के क्लब कर्मचारी थे। 17 शवों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है और 5 शव परिवारों को सुपुर्द कर दिए गए हैं।
सरकार की कार्रवाई और सहायता
गोवा सरकार ने वागाटोर में रोमियो लेन क्लब को सील कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर मृतक के परिवार को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री सावंत ने मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की मदद देने की घोषणा की।
