
गाजीपुर: सुहवल थाना क्षेत्र के गौरा गांव में मंगलवार दोपहर अचानक अफरा-तफरी मच गई जब एक घर के अंदर से करीब 10-10 फीट लंबे दो किंग कोबरा (नर और मादा) निकल आए। फुफकारती हुई इस खतरनाक जोड़ी को देखकर ग्रामीणों के होश उड़ गए। नाग-नागिन की तेज़, गरजदार फुंफकार दूर तक सुनाई दे रही थी, जिससे कोई भी उनके पास जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था। कुछ ही मिनटों में घर के बाहर सैकड़ों लोग जमा हो गए।
दो घंटे का रोमांचक रेस्क्यू, जंगल में छोड़ा गया
सूचना पर क्षेत्रीय वन अधिकारी जे.एस.पी. वर्मा के नेतृत्व में वन निरीक्षक अशोक कुमार यादव, वन सहायक अजीत कुमार राय, दारा राय, वन रक्षक समुद्दीन सहित टीम मौके पर पहुंची। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों किंग कोबरा को सुरक्षित पकड़ लिया गया। उन्हें अलग-अलग कंटेनरों में सील कर पहले थाने लाया गया। बाद में ताड़ीघाट जंगल में गंगा नदी किनारे उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया।
रेस्क्यू पूरा होते ही गांव में राहत की लहर दौड़ गई।
क्यों खतरनाक हैं किंग कोबरा?
क्षेत्रीय वन अधिकारी जे.एस.पी. वर्मा ने बताया:
- किंग कोबरा दुनिया के सबसे विषैले सर्पों में शामिल हैं।
- इनके काटने पर यदि आधे घंटे में इलाज न मिले तो मौत निश्चित है।
- शिकार की तलाश में ये अक्सर जंगलों से भटककर आबादी में पहुंच जाते हैं।
- इस प्रजाति की औसत आयु लगभग 10 वर्ष होती है।
- बिना रुके चलने पर यह सांप एक घंटे में 19–20 किलोमीटर तक यात्रा कर सकता है।