Thursday, December 25

संसद खेल महोत्सव का समापन: पीएम मोदी ने हर माता-पिता से की खास अपील, 2036 ओलंपिक की मेजबानी पर भी बोले

नई दिल्ली, 25 दिसंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संसद खेल महोत्सव के समापन समारोह में वर्चुअल संबोधन देते हुए खिलाड़ियों और माता-पिता दोनों से विशेष अपील की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने खेल में असीमित अवसर खोले हैं और चयन अब केवल कौशल और प्रतिभा के आधार पर किया जाता है। इसका लाभ गरीब परिवारों के बच्चे भी उठा सकते हैं और कम उम्र में खेल के शिखर तक पहुँच सकते हैं।

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पीएम मोदी ने कहा, “आज खेल में अवसर सीमित नहीं हैं, वे असीमित हैं। आज देश में ऐसा माहौल है जहां चयन परिचय या अधिकार के आधार पर नहीं, बल्कि कौशल और प्रतिभा के आधार पर होता है। सबसे गरीब परिवार का बच्चा भी कम उम्र में शीर्ष स्तर तक पहुँच सकता है।”

 

ओलंपिक और बड़े खेल आयोजनों पर जोर:

प्रधानमंत्री ने युवाओं को देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी करने का प्रयास कर रहा है। इसके अलावा, 2030 में अहमदाबाद में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी भी भारत करेगा। उन्होंने सांसदों से आग्रह किया कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसे युवा खिलाड़ियों की पहचान करें जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर सकें और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करें।

 

माता-पिता और खिलाड़ियों के लिए संदेश:

पीएम मोदी ने कहा कि खेल केवल जीतने का माध्यम नहीं है, बल्कि स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने माता-पिता से अपील की कि वे बच्चों को खेलों में भाग लेने और देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रेरित करें। साथ ही खिलाड़ियों को याद दिलाया कि वे खेल सिर्फ अपनी सफलता के लिए नहीं, बल्कि देश और तिरंगे के सम्मान के लिए खेल रहे हैं।

 

प्रधानमंत्री के इस संदेश ने सांसदों, खिलाड़ियों और माता-पिता को प्रेरित किया कि वे मिलकर भारत को खेलों के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक ले जाएँ।

 

 

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